चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने वार्षिक 1 लाख टन पराली का निपटारा करने और रोज़ाना 33.23 टन बॉयो-सीएनजी का उत्पादन करने के लिए 71.68 करोड़ रुपये की लागत वाले बॉयो-सीएनजी प्रोजेक्ट की अलॉटमैंट को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट की रोज़ाना समर्था 6.7 मेगावाट इलैक्ट्रीकल की है।
वार्षिक 1 लाख टन से अधिक पराली का होगा निपटारा, रोज़ाना 33 टन बॉयो-सीएनजी का होगा उत्पादन
यह फैसला चेयरमैन अनिरूद्ध तिवाड़ी, प्रमुख सचिव, नवीन व अक्षय उर्जा स्रोत (एनआरईएस) के नेतृत्व अधीन यहां हुई प्रोजेक्ट अलाटमैंट कमेटी की बैठक में लिया गया। और जानकारी देते हुये श्री तिवाड़ी ने बताया कि यह प्रोजेक्ट पंजाब एनेर्जी डिवेल्पमैंट एजेंसी (पेडा) की निगरानी अधीन 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष निवेश से मैसर्ज वरबिओ इंडिया प्राईवेट लि. द्वारा गांव भुटाल कलां, तहसील लहरगागा, जिला संगरूर में एन आर एस ई नीति-2012 अधीन लाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट वार्षिक लगभग एक लाख टन पराली का निपटारा करेगा और रोज़ाना 33.23 टन बॉयो-सीएनजी का उत्पादन करेगा। श्री तिवाड़ी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट वार्षिक 1.44 लाख टन जैविक खाद भी पैदा करेगा। श्री तिवाड़ी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट प्रत्यक्ष तौर पर 60 तकनीकी और गैर तकनीकी और अप्रत्यक्ष तौर पर 2000 व्यक्तियों को रोजगार देगा। इसके अलावा प्रोजेक्ट के लिए कच्चे माल की सप्लाई के लिए आवश्यक होगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर पैदा होंगे और पराली जलाने से वातावरण पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों से छुटकारा मिलेगा।