होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने जनता के साथ जो वायदे किए थे उन्हें पूर्ण करने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं तथा किसानों को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने वायदे अनुसार उनके कर्ज माफ किए हैं। इसी कड़ी के तहत हल्का शाम चौरासी में पहले व दूसरे चरण के तहत किसानों के 40 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए गए हैं और किसानों को इस संबंधी प्रमाणपत्र भेंट किए जा रहे हैं ताकि किसानों के मन में किसी प्रकार का संशय न रहे। उक्त बात हल्का शाम चौरासी विधायक पवन आदिया ने गांव दोसडक़ा में आयोजित कर्ज माफी समारोह को संबोधित करने दौरान किसानों से कही। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की दूरदर्शी सोच और कांग्रेस पार्टी की नीतियां शुरु से ही जनहितैषी रही हैं और किसानों की उत्थान के लिए कांग्रेस ने हमेशा जमीनी स्तर से काम किया। जिसके चलते किसानों एवं किसानी में सुधार आ रहा है।
गांव दोसडक़ा में कर्ज माफी समागम दौरान पहले व दूसरे चरण के तहत किसानों को भेंट किए प्रमाणपत्र
विधायक आदिया ने बताया कि सरकार ने जनता से जो वायदे किए उन्हें पूरा किया जा रहा है तथा जो राजनीतिक पार्टियां जनता को गुमराह करने में लगी हैं उनके पास कोई मुद्दा ही नहीं रहा। क्योंकि प्रदेश के हर वर्ग के लिए कैप्टन सरकार ऐसी नीतियां बना रही है कि आने वाले समय में किसानों के साथ-साथ हर वर्ग को उनका लाभ मिलेगा। विधायक आदिया ने समागम में मौजूद अधिकारियों को निर्देश जारी किए कि वे किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्राथमिकता से कार्य करें, क्योंकि किसान एक परिवार नहीं बल्कि पूरे देश का पेट भरने के लिए दिन रात खेतों में मेहनत करते हैं। कृषि पर देश की आर्थिकता निर्भर करती है तथा इस क्षेत्र व इससे जुड़े किसानों का खुशहाल होना भी उतना ही जरुरी है।
उन्होंने किसानों एवं क्षेत्र निवासियों को विश्वास दिलाया कि सरकार जनता से किए सभी वायदे पूरे कर रही है तथा आने वाले समय में लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेसी प्रत्याशी बड़ी जीत दर्ज करेंगे ताकि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बने और मोदी के अत्याचारों से देश वासियों को मुक्ति मिल सके। केन्द्र में कांग्रेस सरकार बनाने में ही देश एवं देशवासियों की भलाई है। इस मौके पर कर्ज माफी के लिए किसानों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह एवं हल्का विधायक आदिया का धन्यवाद किया। इस अवसर पर कांग्रेसी नेताओं के साथ-साथ प्रशासनिक एवं बैंकों के अधिकारी भी मौजूद थे।