लालाजी स्टैलर की राजनीतिक चुटकी
कहते हैं कि राजनीतिक पहुंच का सही इस्तेमाल किया जाए तो व्यक्ति कई मुकाम प्राप्त कर जाता है, मगर राजनीति के सहारे सस्ती कमाई और हेराफेरी की आदत पड़ जाए तो वह व्यक्ति कभी ऊंचा नहीं उठा सकता। यह उदाहरण उस समय चरितार्थ होती नजर आई जब बहादुरपुर निवासी कांग्रेस से जुड़े एक छुटभैया नेता ने पुलिस के नाम पर किसी व्यक्ति को केस से निकालने का झांसा देकर उससे करीब 40 हजार रुपये गटक लिए और मामला उल्टा पड़ता देख वापिस करके जान छुड़ाई।
हालांकि कथित नेता का कहना था कि उसने आधे पैसे पुलिस को दिए, मगर जब उसे पुलिस के डंडे का डर दिखा तो उसने पूरे पैसे वापिस कर दिए। इस बात की चर्चा पूरे शहर में फैलते ही जहां पुलिस के स्वाभीमान पर बन आई वहीं छुटभैया नेता भी अपनी साक बचाने के लिए कई तरह के बहाने बनाने लगा।
जानकारी अनुसार शहर की पुलिस ने करीब 2 दिन पहले बहादुरपुर इलाके में रेड किया। वहां से उसने प्रतिबंधित सामग्री पकड़ी तथा संबंधित व्यक्ति को सामान सहित काबू करके थाने ले आई। परिवार द्वारा मदद की गुहार लगाने पर मौके पर पहुंचे बहादुरपुर के ही एक छुटभैया नेता ने मौके का फायदा उठाने की जुगत भिड़ा डाली। नेता जी ने व्यक्ति को बचाने के नाम पर उसके परिजनों से 40 हजार रुपये यह कहते हुए ले लिए कि पुलिस तो कई केस डालने लगी थी, जिसे बचाने के लिए यह पैसे पुलिस को देने पड़ेंगे। पता चला है कि किसी समय यह नेता जी शहर के एक बड़े कांग्रेसी नेता के चहेतों में शुमार थे और एक मामले को लेकर दोनों में दूरियां बनी और अब कुछ समय पहले ही नेता जी के दरबार में यह छुटभैया नेता फिर से दिखने लगा।
दूसरी तरफ पुलिस ने मामले की संजीदगी को देखते हुए अपना फर्ज निभाया और आरोपी के खिलाफ कानून अनुसार बनती कार्रवाई करने उपरांत उसने आरोपी को जमानत पर छोड़ दिया। परन्तु आरोपी के परिजनों से छुटभैया नेता द्वारा पैसे लिए जाने की बात जंगल की आग की तरह शहर में फैली तो पुलिस की भौवें भी तन गईं और पता चला है कि मामला जब उच्चाधिकारियों के दरबार में पहुंचा तो उन्होंने छुटभैया नेता के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश जारी कर दिए।
इसकी भनक लगते ही छुटभैया नेता के पसीना छूट गया और वह अपने बचाव में कई बहाने घडऩे लगा। अपने बचाव में उसने पहले आधे पैसे वापिस किए और बात न बनती देख बाद में पूरे पैसे उक्त व्यक्ति को वापस कर आया। बड़े नेता जी के चहेतों में शामिल यह छुटभैया नेता की हरकत से जहां नेता जी भी सकते में हैं वहीं इसकी चर्चा ने एक बार फिर से राजनीतिक गलियारों में गर्म हो गई, क्योंकि कांग्रेसी नेता से जुड़ा ऐसा ही एक मामला काफी चर्चा में रह चुका है, जो अकसर राजनीतिक गलियारों में गर्माहट पैदा कर देता है और कई नेताओं को उसकी तपिश आज तक सता रही है व वे मामले को खुर्द बुर्द करके अपनी साख बचाने में लगे हुए हैं।