होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मलेशिया के पनाग में आयोजित हो रहीं पैसिफिक मास्टर्स गेम्स में भारतीय हाकी टीम के सदस्य रणजीत सिंह राणा और अरुणदीप ने जीत के बाद जैसे ही भारतीय आन-बान और शाम का प्रतीक तिरंगा अपने हाथों में थामा तो वे भावुक हो उठे। वे जीत की खुशी को शब्दों में बयान नहीं कर पाए और बस इतना ही कह पाए कि इस तिरंगे की शान कभी कम नहीं होने देंगे।
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“द स्टैलर न्यूज़” के साथ वीडियो कालिंग पर बात करते हुए राणा ने कहा कि यह पहला मौका है जब उन्होंने विदेशी धरती पर अपने देश के लिए कुछ कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि वे जब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच देखते थे और जीत के बाद भारतीय खिलाड़ी को तिरंगे की शान बढ़ाते देखते थे तो उनके मन में भी जीत के बाद तिरंगा फहराने की एक उमंग मन में उठती थी और इसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वे हाकी को ही अपना सबकुछ मानते थे। आज जो खुशी हुई है उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता और यहां जीत के बाद एक बात और समझ में आ गई है कि अपना देश, अपना ध्वज और अपने लोग एक इंसान की जीवन में कितना अहम स्थान रखते हैं। यह बहुत ही गौरव की बात है और उनके जीवन के यह क्षण वो अनमोल हीरे की तरह है जिसे वह ताउम्र संभाल कर रखेंगे।
बात करते हुए अरुणदीप ने कहा कि टीम जी का लक्ष्य लेकर ही मलेशिया के लिए रवाना हुई थी और टीम ने सभी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए बेहद उमदा प्रदर्शन किया और अपने देश के लिए गहोल्ड जीतने में कामयाबी हासिल की। उन्होंने कहा कि यह एक स्वप्न की तरह लग रहा है कि उन्होंने इतना बड़ा काम कर दिखाया है और उन्हें गर्व है कि उनके देश ने उन्हें टीम का हिस्सा बनने का मौका दिया।
द स्टैलर न्यूज़ परिवार पूरी टीम व खासकर होशियारपुर के दो अनमोल रत्नों रणजीत सिंह राणा और अरुणदीप व होशियारपुर निवासियों को इस जीत की बधाई देता है।