परमात्मा की प्राप्ति व राष्ट्र कल्याण का एकमात्र सूत्र है प्रेम: साध्वी समीक्षा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: पुष्पिंदर। श्री राम चरित मानस प्रचार मण्डल की तरफ से श्री राम भवन चांद नगर, बहादुरपुर में करवाई जा रही दिव्य संगीतमयी श्रीराम कथा के सांतवें दिन की कथा का शुभारंभ साध्वी समीक्षा ने श्री सीता-राम जी के विवाह का प्रसंग बहुत सुंदर ढंग से सुनाकर किया। जिसे सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।

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साध्वी जी ने बताया कि परमात्मा की प्राप्ति का एकमात्र सूत्र है प्रेम, जितने जल्दी ईश्वर यज्ञ से, जप से, तप से प्रसन्न नहीं होते, उतने ही जल्दी प्रेम से प्रसन्न हो जाते है। अयोध्या में बड़े ही यत्न के बाद पधारे, परंतु प्रेम का प्रभाव प्रभु के जीवन में कितना बड़ा है कि मिथिला वासियों के प्रेम के वशीभूत होकर बिना बुलाए ही पधार गए।

प्रबल प्रेम के पाले में पडक़र प्रभु को नियम बदलते देखा, अपना मान भले टल जाए लेकिन भक्त का मान न टलते देखा।

इस दौरान साध्वी जी ने चौपाई

        पूजा कीन्ह अधिक अनुरागा।
        निज अन रुप सुमग वर मांगा।।

का भावार्थ व्यक्त करते बताया कि किशोरी जी ने जो गौरी पूजन श्रद्धाभाव व प्रेमपूर्वक किया जिससे उन्होंने जगतपति को अपने पति के रुप में प्राप्त कर लिया। इसीलिए श्री सीताराम जी के विवाह और मिथिला वासियों के जीवन से यह सीखने को मिलता है कि हमें प्रेम करना आ जाए तो अपने-अपने राष्ट्र का कल्याण हो जाए।

श्री राम कथा के आरंभ में साध्वी समीक्षा को महामण्डलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद, प्रधान हरीश सैनी, राकेश भल्ला, जगदीश पटियाल, केवल कृष्ण आदि ने हनुमान जी की गदा (गुर्ज) भेंट की। इस मौके पर राजेश तनेजा, श्याम नरूला, जे.पी. कश्यप, अश्विनी चोपड़ा, राम कृष्ण, रमन रल्ल, जगप्रीत सैनी, राजकुमार सैनी, सुनीत प्रिय, साहिल उपस्थित थे।

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