होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मोहल्ला प्रेमगढ़ इलाके में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में 6 माह के बच्चे की मौत हो जाने पर परिजनों एवं उनके रिश्तेदारों ने डाक्टर के प्रति कड़ा रोष व्यक्त किया। इस दौरान 6 माह के बच्चे सुखमन के माता-पिता पवन कुमार एवं प्रियंका निवासी चक्क साधू ने बताया कि वे सुबह करीब साढे 9 बजे बच्चे को अस्पताल लेकर आए थे।
इस दौरान डाक्टर ने उन्हें बच्चे के टैस्ट लिखकर दिए। टैस्ट आदि करवाते हुए लगभग साढे 11 बजे का समय हो गया। टैस्ट करवाने उपरांत डाक्टर ने उनके बच्चे को किसी अन्य अस्पताल में रैफर कर दिया तथा जब वे सुतैहरी रोड स्थित एक अस्पताल में पहुंचे तो डाक्टर न होने के कारण वे बच्चे को बहादुरपुर चौक के समीप स्थित एक अन्य अस्पताल ले गए। जहां पर डाक्टर ने उन्हें बताया कि बच्चे की मौत अस्पताल पहुंचने से करीब पौना घंटा पहले हो चुकी है। यह पता चलते ही उनके कदमों तले से जमीन खिस्क गई तथा वे रोष व्यक्त करने के लिए प्रेमगढ़ स्थित उक्त अस्पताल में डाक्टर से मिलने पहुंचे। परन्तु डाक्टर उनकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं था। जिस पर उन्होंने अपने रिश्तेदार एवं मित्रों को बुला लिया। उन्होंने बताया कि डाक्टर ने उन्हें बताया ही नहीं कि उनका बच्चा सीरीयस है तथा उसे किसी बड़े अस्पताल ले जाने की जरुरत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त डाक्टर की लापरवाही के चलते उनके बच्चे की जान गई है। अस्पताल में हंगामें की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर टकराव को टाला। इस दौरान मौके पर पहुंचे डाक्टर के कुछ दोस्तों एवं डाक्टरों ने बीच-बचाव करते हुए मामले को सुलझाया।
इस मौके पर डाक्टर ने बताया कि बच्चा जब उनके अस्पताल में लाया गया तो उसकी हालत बहुत खराब थी तथा उसे डबल निमोनिया था और बच्चा करीब एक माह से बीमार था। उन्होंने बताया कि बच्चे की हालत गंभीर देखते हुए ही उन्होंने उन्हें रैफर किया था। इस दौरान मामले को सुलझाते हुए डाक्टर ने पीडि़त परिजनों के समक्ष खेद प्रकट किया।