होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। एक तरफ यहां आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक व एलोपैथिक के साथ बीमारियों का ईलाज संभव है वहीं तेजी से प्रचलित हो रही प्राचीन उपचार पद्धति रेकी के प्रति भी लोग जागरुक हो रहे हैं।
होशियारपुर में रेकी तकनीक से बिना किसी दवाई या डायलसिस के मरीज को स्वास्थ्य लाभ पंहुचाने का यह कार्य रेकी हीलिंग एंड ट्रेनिंग सैंटर, प्रेमगढ़ के बलवीर सिंह कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सैंटर में ट्रीटमेंट के साथ-साथ कोचिंग, लिट्रेचर व मटीरियल कोर्स करवाए जाते है। उन्होंने बताया कि सैंटर में 3 डिग्री, 4 मास्टर व 5वीं ग्रैंड मास्टर डिग्री प्रदान की जाती है।
उन्होंने बताया कि 7, 2 व 1 दिन का कोर्स, इंग्लिश, हिंदी तथा पंजाबी भाषा में सिखाया जाता है। कोर्स करने के लिए किसी तरह की आयु सीमा नहीं है, इसे 9 से 99 साल तक कोई भी कर सकता है। इस पद्धति के माध्यम से हीलिंग विदआउट मेडिसिन, डिस्क, माईग्रेन, ब्रेन ट्यूमर, ब्लड कैंसर, बिना डायलसिस के किडनी भी ठीक की जा सकती है।
गौरतलब है कि देश-विदेश में बलवीर सिंह द्वारा किए जा रहे प्रशंसनीय कार्य के चलते इन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। बलवीर सिंह का कहना है कि उनका उद्देश्य इस पद्धति के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य लाभ पंहुचाना है।