होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दुनिया में कितने भी रिश्ते क्यों न बन जाएं और किसी से कितना भी प्यार क्यों न मिल जाए, मगर जो प्यार और ममता मां से मिलती है उसे व्यक्ति उम्र भर भुला नहीं सकता और न ही दिल से जुदा कर सकता है। मां की ममता में बंधे बच्चों के प्यार की एक ऐसी ही दास्तां होशियारपुर में देखने को मिली। यहां पर अपनी पहली मां के स्नेह को दिल में लिए बच्चे बिना बताए मोहाली से होशियारपुर पहुंच गए। हालांकि इस दौरान वे अपने मां को तो नहीं मिल पाए, मगर उनकी खोज में मोहाली से निकले उनके पिता ने उन्हें खोज निकाला और सुख की सांस ली।
पिता ने अंदाजे से फिल्मी अंदाज में खोज निकाले बच्चे, पुलिस को सूचना देकर मोहाली के लिए हुए रवाना
जानकारी अनुसार घर से पहली मां को मिलने के लिए मोहाली से दो बच्चे (भाई-बहन) अर्शदीप एवं रिश्व निवासी मोहाली शुक्रवार 1 जून को स्कूल के बाद घर नहीं लौटे। उनके पिता राजीव कुमार ने बच्चों के न लौटने पर उन्हें खोजना शुरु किया और मोहाली पुलिस को बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दी।
होशियारपुर में पत्रकारों के साथ बातचीत में राजीव कुमार ने बताया कि उसने अपनी पहली पत्नी को 2012 में तलाक दे दिया था तथा बच्चों को खोजने समय उसके ध्यान में आया कि कहीं बच्चे होशियारपुर न आ गए हों। इसके बाद वह तुरंत बच्चों की खोज में होशियारपुर पहुंच गया। यहां पर जब वह रिशी नगर पहुंचा तो उसे बच्चे वहां पर मिल गए। अपने बच्चों को सकुशल पाकर राजीव ने राहत की सांस ली और वह इस संबंधी पुलिस को इतलाह देकर मोहाली के लिए रवाना हो गया।
रवाना होने से पहले बच्चों ने बताया कि वे अपनी मां की तलाश में होशियारपुर आए थे तथा वे उसे खोजते हुए सुबह हरियां बेलां तक गए, मगर वे नहीं मिली। उन्होंने बताया कि उनकी मां रिशी नगर में रहती थी, इसलिए वे यहां आ गए और उन्हें पापा मिल गए। पहली मां से बच्चे मिले या नहीं इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली और मामला पारिवारिक होने के चलते ज्यादा छानबीन की जानी जरुरी नहीं समझी गई। मगर इस घटना ने एक बात एक बार फिर सच कर दी है कि जिस कोख से व्यक्ति जन्म लेता है उसके प्रति उसका स्नेह कभी कम नहीं हो सकता, भले ही वह पास रहे या दूर।