मिलीभगत का खेल: वन माफिया का आतंक, बेखौफ पेड़ों की हो रही कटाई

इंदौरा(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अजय शर्मा। इन्दौरा क्षेत्र जो कि आये दिन सुर्खियों में रहता है अब फिर सुर्खियों में आ गया है। अब सुर्खियों का कारण बना है अवैध पेड़ों का कटाव जोकि इन्दौरा की पंचायत मलाहड़ी के एक गांव पनियाला में हुआ। जिस पर गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि हमारे गांव में अवैध रूप से हजारों पेड़ों का कटाव हो चुका है कई बार मामला सरकारी कार्यकर्ताओं के समक्ष लाया गया परंतु सरकार की तरफ से इन पर कोई कार्रवाई नही की गई।

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स्थानीय निवासी बलविंदर सिंह उर्फ बंटी ने बताया कि उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को भी इसके बारे में बताया लेकिन उन्होंने कोई भी कार्रवाई नहीं की। इस दौरान बलविंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने एक शिकायत पत्र पुलिस विभाग को भी सौंपा था। जोकि, गांव के प्रधान और उपप्रधान के दवाब के कारण उन्हें वापिस लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा बलविंदर सिंह को डराया-धमकाया जाता।

पनियाला गांव के रूपनेश सिंह ने बताया कि हजारों पेड़ काट लिए गए हैं लेकिन कोई भी इन पर कार्रवाई नही कर रहा। उन्होंने भी प्रधान और उपप्रधान पर आरोप लगाए कि यह सब इनकी मिली भगत से हो रहा है, क्योंकि जब हम इनके खिलाफ कोई आवाज उठाते हैं तो यह उनका बीच-बचाव करने पहुंच जाते हैं। रूपनेश सिंह ने बताया कि कभी धमकियां तो कभी जज्बाती बातें करके इस केस को बंद करवाने की कोशिश की जाती रही है। इसी दौरान पनियाला के रमेश चंद ने कुछ ठेकेदारों के नाम बताते हुए जानकारी दी कि कुछ ठेकेदार मिलीभगत करके इस काम को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि वन विभाग से भी सम्पर्क किया गया। लेकिन, उन्होंने कोई भी उचित कार्रवाई नही की। इसके उपरांत उन्होंने गांव के उपप्रधान मंगल दास से वन माफिया के बारे संपर्क किया गया परंतु उन्होंने भी इस बात पर चुपी साधने को कहा।

मलाहड़ी पंचायत के भविष्ण सिंह ने बताया कि इनके द्वारा सारे जंगल को काट दिया गया है। जोकि वन विभाग के अंदर आता है। जब पत्रकार उस जगह पर कवरेज करने पहुंचे तो वन काटू अपने औजार छोड़ कर भागने लगे तभी पत्रकार द्वारा उनसे पूछताछ की गई कि वह कहां के रहने वाले हैं तथा पेड़ काटने की परमिशन दिखाएं तो श्रमिकों ने बताया कि ठेकेदार जहां भी पेड़ काटने को बोलते हैं वे लोग वहीं से पेड़ों की कटाई करना शुरू कर देते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में नहीं पता कि वह जिस जगह से सारे पेड़, जो वह काट रहे हैं वो सरकार की हैं।

उन्होंने बताया कि वे तो कश्मीर से आए हैं तथा जहां मजदूरी कर रहे हैं। इस दौरान पत्रकार द्वारा उपप्रधान मंगल दास से पूछा गया तो उन्होंने कोई भी स्टेटमेंट देने से मना कर दिया और शिकायतकर्ता व मीडिया कर्मी को भी बुरा भला कहना शुरू कर दिया। उपप्रधान ने तो जहां तक कह दिया कि आप जितनी मर्जी वीडियो बनाते रहो हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता। इतना ही नहीं उन्होंने लकड़ा काटने वालों को कहा कि वे अपना काम करते रहें। वन विभाग के ब्लॉक अधिकारी हरबंस लाल ने बताया कि कोई भी कटान वन विभाग की भूमि पर नहीं हुआ अगर ऐसा होगा तो उन ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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