होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक संस्था नई सोच की तरफ से सांडों को पकडऩे की शुरु की गई मुहिम को महंत रमिंदर दास जी का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। जिसके चलते बहादुरपुर इलाके से लावारिस सांडों को पकडक़र कैटल पाउंड फलाही छोड़ा गया। इस संबंधी जानकारी देते हुए नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने बताया कि बहादुरपुर निवासियों ने उनसे संपर्क करके बताया था कि उनके मोहल्ले में लावारिस सांडों ने आतंक मचाया हुआ है और इन्हें पकड़ा जाए। इस पर उन्होंने उदासीन आश्रम बाबा चरण शाह जी के महंत रमिंदर दास जी से इस संबंधी बात की और उन्होंने सांडों को पकडऩे में सहयोग का आश्वासन दिया। इस उपरांत उनके आशीर्वाद एवं सहयोग से सांडों को पकडऩे का क्रम शुरु कर दिया गया है। संस्था द्वारा बाबा मोहन दास जी व अन्य सेवकों के सहयोग से करीब 8 सांडों को पकड़ा जा चुका है जोकि कई लोगों को चोट पहुंचा चुके थे और अन्य लोगों के लिए खतरा बनते जा रहे थे। उन्होंने कहा कि सांडों को पकडऩा बहुत मुश्किल होता है तथा इसके लिए सरकार व जिला प्रशासन द्वारा किसी तरह की कोई मदद नहीं की जा रही।
महंत जी के आशीर्वाद से बहादुरपुर से लावारिस सांडों को पकडक़र कैटल पाउंड पहुंचा रही है नई सोच
जिसके चलते इस कार्य में लगी संस्थाओं को कई प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। गौसेवा के नाम पर टैक्स तो वसूला जा रहा है, मगर जनता की सहूलत के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। अश्विनी गैंद ने संस्था की तरफ से घोषणा की कि उन्होंने जनता को इस समस्या से निजात दिलाने का जो बीड़ा उठाया है उस पथ पर वह अग्रसर हैं और रहेंगे तथा इसमें सभी शहर निवासियों का सहयोग जरुरी है। इसलिए शहर निवासी अपने-अपने इलाके से लावारिस गायों एवं गौधन को मुक्त करवाने के लिए संस्था का सहयोग करें और इन्हें पकडऩे के लिए एक कार सेवा की तरह संस्था के साथ जुड़ें। उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन से पुन: अपील की कि इस कार्य में वे भी एक ठोस योजना के तहत कार्य करें ताकि जनता को सांडों के आतंक से मुक्ति दिलाई जा सके।
इस अवसर पर महंत रमिंदर दास ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि डेरे की तरफ से संस्था को हर संभव मदद दी जाएगी ताकि लोगों को लावारिस सांडों के कारण होने वाली अप्रिय घटनाओं से बचाया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे गौसेवा को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और कैटल पाउंड एवं गौशालाओं को यथाशक्ति सहयोग प्रदान करें ताकि वहां रखे जाने वाले लावारिस गायों एवं गौधन की सेवा संभाल भी की जा सके। इस मौके पर शिव कुमार काकू, बूटा, परमजीत पम्मा, सोहन सिंह, बुधराम, मनोज, अश्विनी विग आदि मौजूद थे।