होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: पुष्पिंदर। बीरबल नगर स्थित निकट भूतगिरि मंदिर उड़ान फाउंडेशन एवं गायत्री गौ सेवा समिति के तत्वाधान में रस प्रवाह बह रही कलयुग के कलुष को मिटा देने वाली एवं लौकिक बंधनों से मुक्त करने वाली श्री गणेश महापुराण की पावन गाथा के षष्ठम दिवस में आचार्य प्रवर श्री सुशील जी महाराज ने नाना प्रकार के प्रसंगों को सजाते हुए कहा कि मानव को क्षण मात्र का सतसंग भी कलिकाल में सद्गति प्राप्त कर मोक्ष के द्वार तक पंहुचाता है। अंतत: मानव जीवन के लिए ज्यों अन्न, जल, वस्त्रादि समस्त सुख सुविधा अपने पंच भौतिक शरीर के लिए आवश्यक है उससे कई गुणा बढक़र सतसंग आवश्यक है।
सतसंग से हमें आध्यात्मिक संचेतनायें मिलती है, भक्ति, ज्ञान, वैराग्य का मार्ग प्रशस्त होता है। कथा प्रसंग के अंतर्गत जिस हेतु भगवान शिव ने विवाह किया उस प्रसंग का वर्णन करते हुए कार्तिकेय द्वारा तारकासुर का वध कराया तथा गणेश पुराण के अनुसार वामन अवतार की कथा कही। वामन भगवान ने भी वलि पर विजय प्राप्त करने से पहले भगवान गणेश की अराधना की। महाराज ने गणपति गजानन के विवाह प्रसंग पर ²ष्टि डालते हुए बताया कि माता पार्वती और भगवान भोलेनाथ दोनो में यह चर्चा हुई कि दोनो पुत्रों में से विवाह किसका पहले हो, वैसे नीति के अनुसार ज्येष्ठ पुत्र ही विवाह का प्रथम अधिकारी होता है किंतु माता-पिता ने दोनो पुत्रों को बुलाकर कहा कि जो ब्रम्हाड की परिक्रमा करके पहले आएगा वही विवाह का प्रथम अधिकारी होगा।
तदोपरांत भगवान गणेश ने माता-पिता के चरमओं में समस्त ब्रम्हाड को मान कर पूजा अर्चना कर परिक्रमा की और विवाह के प्रथम अधिकारी बने। इस पर महाराज श्री ने यह भी बताया कि मंदिर में रखी हुई प्रतिमा हमने, आपने पत्थर में से तराश कर बनाई है लेकिन घर में जो माता-पिता की प्रतिमा है वो तो उस परमात्मा ने बनाई है तो क्यों न हम पहले परमात्मा की बनाई हुई प्रतिमा का पूजन करें, तदोपरांत भगवान गणेश का विवाह सिद्धि-बुद्धि के साथ हुआ और इस मौके पर पूरा पण्डाल वृंदावन के कलाकारों द्वारा गाए हुए भजनों पर थिरकने लगा।
इस दौरान पंडित श्याम ज्योतिषाचार्य, बनवारी लाल काबरा, संजीव तलवाड़, नीति तलवाड़, सुरिंदर मित्तल, अश्विनी कालिया, शंभु दत्त, डा. शिवाधार चौबे, डा. जय नारायण, संदीप, संजय शर्मा, सतीश पुरी, अरविंद वर्मा, गगन, संजय, गोपाल, राकेश, रामू, कमला काबरा, सुनीता शर्मा, गौरी शर्मा, शूचि शर्मा, पलक शर्मा व अन्य शामिल थे।