सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट में पुनर्वास केंद्र ने युवाओं को नशे के खिलाफ किया जागरुक

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। जिला नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र-कम-ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक मोहल्ला फतेहगढ़ द्वारा सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी व पॉलिटैक्निक बसी कलां में जागरुकता सैमीनार डा. गुरविंदर सिंह मैडिकल अफसर-कम-ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक के नोडल अफसर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।

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इस मौके पर वक्ता संदीप कुमारी द्वारा नशाखोरी बारे विस्तृत पी.पी.टी. के जरिए जानकारी देते कहा कि नशा एक मानसिक बीमारी है। इसका इलाज हर सरकारी सिविल अस्पताल में मनोरोग माहिर व स्वास्थ्य स्टाफ की देख-रेख में किया जाता है। उन्होंने कहा कि इन संस्था में हर सिविल अस्पतालों में 21 दिनों के डी-टाक्सीफिकेशन करने उपरांत 90 दिनों के लिए ग्रस्त व्यक्ति को सरकारी रिहैबलीटेशन सैंटर में इलाज किया जाता है। यहां हर नशे, शराब, मैडिकल नशा, तंबाकू के नशे का इलाज स्वास्थ्य स्टाफ की देख-रेख में किया जाता है। यहां जिम, करसत, पीट, योग आदि के अलावा सैमीनार के साथ व्यक्ति का माईंड वाश किया जाता है। यहां मरीज 24 घंटे सुरक्षा, सी.सी.टी.वी व सुरक्षा में रहता है।

इस मौके पर डा. गुरविंदर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य व परिवार भलाई विभाग पंजाब द्वारा शुरु किए ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिकों में अफीम से बनने वाले नशे का इलाज भी रोजाना ओ.पी.ड़ी. में किया जाता है। सभी इलाज मरीज के परिवार की लिखती सहमति पर ही किया जाता है। इस मौके पर प्रिंसिपल विमल पाल ने इस संस्था में लगाए सैमीनार का आभार व्यक्त करते कहा कि यह सैमीनार मेले हर घर मोहल्ले, नुक्कड़ में लगते रहने चाहिए। जिसके साथ युवाओं को ज्यादा से ज्यादा जागरुक किया जाए।

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