पंजाब। एनएफक्यूएफ वोकेशनल अध्यापक यूनियन पंजाब के अध्यक्ष राय साहिब सिंह सिद्धू ने प्रैस बयान में बताया कि पिछले लगातार सात सालों से एनएफक्यूएफ अध्यापक सरकारी स्कूलों में पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करते आ रहे हैं।
इसके साथ ही इन सात सालों में सरकार की तरफ से रखी गईं कंपनियों के तानाशाही रवैये का भी शकार हो रही हैं। जिसकी आज एक और उदाहरण सामने आई है। सरकार सेकेंडरी स्कूल रमेदी, जिला कपूरथला में साल 2017 से सेवाएं निभा रही मैडम प्रीति सैनी जोकि पिछले 6 माह से कैंसर जैसी नामुराद बीमारी से जूझ रही है व छुट्टी पर थी को सरकार द्वारा रखी गई ब्रीटी प्रोसैक्शन कंपनी द्वारा नौकरी से निकाले जाने का पत्र भेजा गया है।
अध्यापक यूनियन इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है और सरकार से अपील है कि अध्यापिका को पुन: नौकरी पर रखा जाए। यूनियन के प्रदेश सचिव अनूपजीत सिंह, उपाध्यक्ष नवनीत कुमार व स्वरणजीत सिंह, प्रैस सचिव लवदीप सिंह, जिला कपूरथला के प्रधान अमनदीप सिंह तथा अन्य नेताओं ने कहा कि इस समय मैडम व उसके परिवार को मदद की जरुरत थी, पर इस मुश्किल घड़ी में उन्हें नौकरी से निकाला जाना बेहद दुखदायी है। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस फैसले को वापिस लिया जाए और मैडम की मदद की जाए ताकि वह कैंसर जैसी भयंकर बीमारी से लड़ कर जीत सके व जल्द स्वस्थ्य होकर काम पर लौट सके।