होशियारपुर: पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा, महामंत्री विनोद परमार, मंडल अध्यक्ष अश्वनी गैंद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि पंजाब सरकार द्वारा कोविड-19 की पाबंदियों के अंतर्गत जरूरी वस्तुओं व गैर जरूरी वस्तुओं के नाम पर जो भेदभाव किया जा रहा है उससे पूरा व्यापारी वर्ग परेशान है।
उन्होंने कहा कि जरूरी व गैरजरूरी की परिभाषा बिल्कुल ही बेमायने है, क्योंकि जो भी कारोबार होता है वह लोगों की जरूरत पूरी करने के लिए ही किया जाता है। जिसको गैरजरूरी बताया जा रहा है वह भी हजारों परिवारों की आजीविका का साधन होने के कारण जरूरी है। उन्होंने कहा कि इमारतों के निर्माण व कृषि से संबंधित सामान आदि को जरूरी वस्तुओं में डालकर सरकारी अधिकारियों को खुलेआम अपनी मनमर्जियां करने की ताकत दी गई है। एसी पाबंदियों से दुकानदारों को इन नियमों से बचने के लिए चोर दरवाजे ढूढने पड़ रहे हैं तथा उन पर हर समय प्रशासन का डंडा चलने का भय रहता है।
उन्होंने कहा कि पंजाब पहले ही कोरोना लॉकडाउन के कारण पिछले साल से ही मंदी की मार झेल रहा है। भाजपा नेताओं ने प्रश्न किया है कि अगर शराब बेचने को सरकार जरूरी समझती है तो जिम चलाने को गैर जरूरी क्यों समझती है, जबकि कोरोना में शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है जबकि जिम करने से शरीर की प्रतिरोधक ताकत बढ़ती है व कोरोना से बचाव का एक माध्यम हो सकती है। तन को ढकने वाले कपड़े, गारमैंट , सपा, मनियारी, जूते, किताबें, स्टेशनरी, हेयर ड्रेसर, ब्यूटी पार्लर, स्कूल, कॉलेज व एकेडमी आदि का भी इंसानी जिंदगी में उतना ही महत्व है जितना कि खाना-पीने,खेती व बिल्डिंग बनाने का महत्व है। भाजपा नेताओं ने कहा कि सभी नागरिकों को भी अपना जिम्मेदारी निभाते हुए नियमों की पालना करनी चाहिए, परंतु सरकार को सभी को एक समान रखकर दुकान खोलने की इजाजत देनी चाहिए।
भाजपा नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पंजाब में अभी तक प्रदेश के नागरिकों को एक पैसे की राहत नहीं दी गई है। भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर प्रशासन द्वारा भेदभाव बंद ना किया गया तो भाजपा कार्यकर्ता गैरजरूरी के नाम पर बंद दुकानों को खुलवाने के लिए अभियान शुरू करेंगे।
Chor sale bjp vale eh ki krnge… Modi ne ki krta.