होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दलितों के बलबूते पर राज करनें और अपने आप को धर्मनिर्पेक्ष कहने वाली कांग्रेस का चेहरा अब दलित विरोधी बन चुका है। इस बात का प्रगटावा जिला संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष कर्मवीर बाली ने किया। कर्मवीर बाली ने कहा कांग्रेस का मतलब अब सभी धर्मों का समूह नहीं रहा बल्कि बिना कार्य गुजारी को सहन करने वालों के समूह को जनता पर थोपना रह गया है, जिसे पुंजीपति चला रहे हैं। कर्मठ, ईमानदार और मेहनत करने वालों को तो समय ही नहीं मिलता।
कर्मवीर बाली ने कहा सांसद रवनीत बिट्टू ने आनंदपुर साहिब और चमकौर साहिब की सीटों पर जिस शब्दावली का प्रयोग किया है। जिससे दलित समाज के लोगों की भावनायें आहत हुई हैं और स्कालरशिप धोटाले के कारण लाखों दलित विद्यार्थियों का भविष्य धूमिल होकर रह गया है। इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है और कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। कर्मवीर बाली ने आगे कहा कि कांग्रेस की बागदौड़ उन लोगों के हाथ में है जिन्हे विरासत में बिना मेहनत एम.एल.ए. औ एम.पी. बनाया गया है। उन्हे ज़मीनी स्तर का कुछ भी मालुम नहीं है, यही कारण है कि कांग्रेस अर्श से फर्श पर आ गई है। आने वाले 2022 के विधान सभा चुनाव में दलित समाज अपनी वोट से इसका जबाब देगा जो कांग्रेस के लिए भारी पड़ने वाला है।