स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार करने के लिए बच्चों को अच्छे संस्कारों और संस्कृति से परिचित करवाएं: रूपा शर्मा

हमीरपुर(द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश सक्षम गुडिय़ा बोर्ड की उपाध्यक्ष रूपा शर्मा ने शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में किशोरियों एवं महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सशक्तिकरण हेतु कार्यक्रमों और योजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति आदर भाव का माहौल घर से ही पैदा किया जाना चाहिए। घर में बेटा-बेटी की एक समान परवरिश करें, उन्हें अच्छी संस्कृति और संस्कारों से परिचित करवाएं, ताकि स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके। उन्होंने प्रत्येक विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे महिलाओं के कल्याणार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, ताकि पात्र महिलाओं एवं किशोरियों को लाभान्वित किया जा सके।

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रूपा शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा उन्हें त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए गुडिय़ा हेल्पलाइन शुरू की है। इस हेल्पलाइन नंबर का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। यह हेल्पलाइन सभी ग्राम पंचायतों, सार्वजनिक स्थलों, पुलिस थानों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर प्रदर्शित की जानी चाहिए, ताकि कोई भी महिला संकट के समय इस पर कॉल कर सके तथा महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी लाई जा सके।
  रूपा शर्मा ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि सभी थानों और पुलिस चौकियों में महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए तथा सभी अधिकारी-कर्मचारी महिला की शिकायत को गंभीरतापूर्वक सुनें तथा उस पर त्वरित कार्रवाई करें। सक्षम गुडिय़ा बोर्ड की उपाध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अस्पतालों में आने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने के निर्देश दिए। इसके अलावा अत्याचार से पीडि़त महिलाओं को भी अस्पतालों में तुरंत चिकित्सीय सुविधा तथा मेडिकल जांच उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की बिक्री के लिए उपयुक्त स्थान निर्धारित होने चाहिए, ताकि उनके उत्पादों का बेहतर विपणन हो सके तथा उनकी आय में बढ़ोतरी हो सके। रूपा शर्मा ने कहा कि मनरेगा में 100 दिन का कार्य पूर्ण कर चुकी महिलाओं तथा अन्य महिला कामगारों को कामगार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत करवाने के लिए प्रेरित करें, ताकि उन्हें कामगार बोर्ड के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
इस अवसर पर उन्होंने बेटी है अनमोल योजना के तहत 12 बेटियों को 12-12 हजार रुपये की एफडी के दस्तावेज प्रदान किए तथा शगुन योजना के तहत बीपीएल परिवार की चार बेटियों की शादी के लिए 31-31 हजार की राशि भेंट की। इस अवसर पर एडीएम जितेंद्र सांजटा ने सक्षम गुडिय़ा बोर्ड की उपाध्यक्ष को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों तथा सुझावों की अक्षरश अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी एचसी शर्मा ने विभिन्न मुद्दों एवं योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष वंदना योगी, सक्षम गुडिय़ा बोर्ड की सदस्य सुशीला शर्मा, विभिन्न विभागों के अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

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