धार्मिक ग्रंथों के अनुसार दस पुत्रों के तुल्य है एक वृक्षारोपण: पं. ओंकार शर्मा


होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)।
राधेश्याम सत्संग प्रचार मंडल की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में पति ओंकार नाथ शर्मा द्वारा पत्रकारिता एवं अलग-अलग क्षेत्र से जुड़ी शख्शियतों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर पंडित ओंकार नाथ शर्मा ने बताया कि वह प्रतिवर्ष महर्षि वाल्मीकि जी द्वारा रचित श्री रामायण जी का पाठ करते हैं और उसको विश्राम देने उपरांत पर्यावरण को बचाने का संदेश देने हेतु संस्था के वैनर तले एक कार्यक्रम आयोजित करवाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जितने भी महान ग्रंथ हैं उनमें वृक्षारोपण को दस पुत्रों के तुल्य बताया गया है। इसलिए हमें हर खुशी के मौके पर एवं किसी की याद में वृक्षारोपण जरुर करना चाहिए। अगर हमारे घर में वृक्षारोपण के लिए स्थान नहीं है तो किसी सार्वजनिक स्थान पर मंदिर, गुरुद्वारा या जंजघर एवं धर्मशालाओं के आसपास एवं जंगली इलाके में वृक्षारोपण करके पर्यावरण के प्रति अपने धर्म का पालन करना चाहिए। अगर फिर भी कोई स्थान न मिले तो घर में गमलों में पौधे लगाएं एवं उचित स्थान मिलने पर उसे वहां रोपित करें।

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उन्होंने बताया कि इसलिए आज श्री रामायण जी के संपूर्ण होने पर उन्होंने प्रसाद के रुप में सभी को फूलों के पौधे भेंट स्वरुप दिए हैं। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अमरपाल सिंह काका ने पंडित ओंकार नाथ द्वारा किए प्रयास की सराहना की और कहा कि ऐसे प्रयासों से ही समाज में पर्यावरण के प्रति और जागरुकता आएगी। उन्होंने कहा कि धर्म के साथ-साथ प्रकृति संरक्षण का संदेश देकर पंडित ओंकार नाथ ने समाज के समक्ष एक मिसाल पैदा की है। इस मौके पर विजय अग्रवाल, मोहन लाल पहलवान, कमल वर्मा, ले. संदीप सूद, पलविंदर सिंह नाणी, मजीत ठाकुर, रिटायर्ड डीजीएम नरेश बैंस, यशपाल शर्मा, विनोद यादव सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।

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