होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। नगर निगम की कार्यप्रणाली इतनी भेदभावपूर्ण है कि उसका विरोध आप या भाजपा के पार्षद ही नहीं कर रहे बल्कि सत्ताधारी पार्षद भी कर रहे हैं। जिससे साफ है कि शहर के विकास को लेकर कांग्रेस द्वारा भेदभावपूर्ण नीति अपनाई जा रही है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह विचार आप पार्षद ब्रह्मशंकर जिम्पा ने आज हाउस की बैठक के बाद अन्य पार्षदों के साथ निगम कमिशनर आशीका जैन को लिखित तौर पर एतराज देने उपरांत कहे। इस मौकेपर भाजपा पार्षद सुरिंदर भट्टी, नरिंदर कौर, गुरप्रीत कौर व गितिका अरोड़ा, कांग्रेस पार्षद रजनी डडवाल व सुनीता देवी तथा आप के पार्षद जसपाल चेची भी मौजूद थे।
इस मौके पर समस्त पार्षदों ने कहा कि आज की बैठक में साफ सुथरे वार्डों को 10-10 लाख रुपये और दिए जाने संबंधी लाए गए प्रस्ताव पर उन्होंने एतराज जाहिर किया कि उन्हें किस पैमाने के आधार रुपये दिए जा रहे हैं। श्री जिम्पा ने कहा कि गैर कांग्रेसी पार्षदों के वार्डों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है तथा इतना ही नहीं अब तो यह भी सिद्ध हो गया है कि विकास की बात करने वाले कांग्रेसी पार्षदों को भी अनदेखा किया जा रहा है, जिसके चलते आज उनके साथ कांग्रेस की दो पार्षदों ने भी विरोध दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेसी नेता अपनी मर्जी से पैमाना बनाकर शहर का विकास करवा रहे हैं, जोकि विकास नहीं विनाश है। उन्होंने कहा कि वे यह बात हरगिज़ बर्दाश्त नहीं कर सकते कि जनता के पैसे की बर्बादी की जाए व उसे ऐसी जगहों पर खर्च किया जाए जहां जरुरत न हो। शहर में कई ऐसे इलाके हैं जहां पर विकास की दरकार है तथा लोग नरक जैसा जीवन जीने को मजबूर हैं।
लेकिन वह गैर कांग्रेसियों के वार्ड होने के कारण वहां पर काम नहीं करवाए जा रहे। आप व भाजपा पार्षदों ने कहा कि अगर सत्ताधारियों ने अपना रवैया न सुधारा तो वह अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी सत्ताधारी नेताओं और निगम अधिकारियों की होगी। क्योंकि, वह जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं और जनता की समस्याएं दूर करवाना उनका प्रथम कर्तव्य है। इस दौरान जिम्पा ने अनदेखी एवं भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले कांग्रेसी पार्षदों की सराहना की और कहा कि सच्च की आवाज़ को कभी दबाया नहीं जा सकता तथा न ही उसे हराया जा सकता है। उन्होंने कांग्रेसी पार्षदों को आश्वासन दिया कि वह उनके साथ हैं तथा धक्केशाही चलने नहीं देंगे।