होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब की राजनीति में सारी राजनितिक पार्टियां राजपूत समाज की अनदेखी कर रही है, यह बात प्राकृतिक व सामाजिक वातावरण प्रेमी वीर प्रताप राणा ने आज कही, उन्होंने कहा कि पंजाब में दोआबा क्षेत्र में राजपूतों की अच्छी खासी बोट है एवम जब से धरती बनी है राजपूत ही इसकी रक्षा करते आ रहे हैं, वीर प्रताप राणा ने कहा कि पंजाब में कोई भी राजनीतिक पार्टी राजपूतों को उनका बनता प्रतिनिधित्व नहीं दे रही, अगर किसी पार्टी में किसी एक राजपूत को प्रतिनिधित्व दिया भी हैं तो वो नाममात्र है, वीर प्रताप राणा ने राजपूत समाज से एकजुट हो ऐसे राजपूतों को आगे बढ़ाने में मदद करने की अपील की है जो सच्च में समर्पित भाव से राजपूतों की दबी हुई आवाज को बुलंद कर सके। वीर प्रताप राणा ने पूछा कि क्या पंजाब में राजपूत हिंदू समाज में नहीं आते? पंजाब में राजपूतों की बनती भागीदारी गिनती नहीं की जा रही, सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा राजपूतों को उनकी नुमाइंदगी न देना अति निन्दनीय है, क्योंकि यह राजपूत समाज ही है जो सदियों से बिना भेदभाव सबकी सेवा करते आ रहे हैं, अपने आप को हिंदुओं की रखवाली पार्टी कहलाने वाली भाजपा बताएं कि उसने कितने राजदूतों को पंजाब भर में विधानसभा की टिकटें दी है? यह राजपूतों की सहनशीलता ही है कि वह सबका सम्मान करते हुए देश सेवा में बिना लोभ लगे हुए है।
वीर प्रताप राणा ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा एवम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा है कि दोआबा क्षेत्र में भाजपा ज्यादा से ज्यादा राजपूतों को उनका बनता हक दें। वही वीर प्रताप राणा ने कहा है कि गरीबी रेखा के नीचे रह रहे राजपूत समाज को भारत के रक्षा क्षेत्र में नौकरियों में पहल दी जाए व देश की सेवा में लगे रहने वाले राजपूत समाज जिसने कभी भारत सरकार से कोई मदद की गुहार नहीं लगाई ना आरक्षण में और ना ही किसी अन्य आर्थिक सहायता में, ऐसे में, गरीबी रेखा के नीचे रह रहे राजपूतों को सरकार कम से कम उनके कित्ते अनुसार सरकारी नौकरियों में पहल का अधिकार दे।
वीर प्रताप राणा ने कहा कि वे सभी राजपूत जत्थेबंदियों से बिनती करते हैं कि वह अपनी प्रधानगीयों के चक्कर में, गुटबाजी में राजपूतों समाज का नुकसान न करें व ऐकजुट हो कर आवाज उठाऐं व यह आवाज सरकार एवं राजनीतिक पार्टियों के कानों तक पहुँचाए कि समस्त राजपूत समाज उसी पार्टी का समर्थन करेंगे जो राजपूतों को इन चुनावों में उनका हक दे। वीर प्रताप राणा ने राजपूत समाज से एकजुट हो अपना हक्क लेने के लिए संघर्ष के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा।