होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर का सरकारी कालेज जो कभी यूनिवर्सिटी भी रहा है तथा इसे हैरीटेज़ कालेज का भी दर्जा दिया गया है। इसके चलते इसके सौंदर्यकरण एवं इसकी एतिहासिक इमारत का अस्तित्व बचाए रखने के लिए समय-समय पर सरकारों द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते रहे हैं। पिछली सरकार ने भी कालेज में बनाए गए गल्र्स होस्टल की इमारत नई बनवाई थी वहीं लाइब्रेरी का भी नक्शा बदल डाला था। इतना ही नहीं कालेज की बाहरी दीवार पर हमारे देश की बहादुर एवं प्रतिष्ठित बेटियों एवं महिलाओं की तस्वीरें बनवाई गई हैं ताकि उन्हें देखने वाले बच्चे एवं युवा उनसे प्रेरणा लेकर समाज एवं देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्वा अपने में भर सकें।
लेकिन कुछ लोग इसे ग्रहण लगाने पर तुले हुए हैं और उनके हौंसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें न तो कानून का डर है और न ही नगर निगम द्वारा कार्यवाही किए जाने का। कुछ दिन पहले ही फगवाड़ा रोड की तरफ पड़ती कालेज की दीवार के सामने की तरफ एक नारियल बेचने वाले नमे फड़ी लगाई हुई थी तथा गत देर सायं उसने फड़ी को सामने से उठाकर कालेज की दीवार के साथ लगा ली। भले ही देखने में यह फड़ी अस्थायी लगती हो, लेकिन इसी प्रकार देखा देखी एक के बाद एक फड़ी एवं रेहड़ी यहां लगने से इस दीवार का महत्व ही खत्म हो जाएगा तथा उसके बाद कब्जा धारियों को यहां से हटाना मुश्किल हो जाएगा। क्योंकि, हटाए जाने की खबर के बाद कई तथाकथित प्रधान एवं राजनीतिक पैरोकार इनके समर्थन में आ जाएंगे और मामला राजनीतिक रंगत लेने लगेगा। इसके बाद से ऐसे लोगों से सडक़ पर किए कब्जे हटाने मुश्किल हो जाते हैं। कुछ साल पहले भी दीवार के साथ किसी ने इसी प्रकार से अस्थायी खोखा एवं रेहड़ी लगाने का प्रयास किया था, जिसके बारे में पता चलते ही कालेज प्रबंधकों ने उसे वहां से हटा दिया था।
इस संबंधी हमारी टीम द्वारा कालेज प्रिंसिपल से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। इस पर सिनेट सदस्य एवं कालेज के प्रो. संदीप सीकरी के ध्यान में सारा मामला लाया गया तथा उन्होंने आश्वस्त किया है कि कालेज की दीवार के साथ किसी को भी स्थायी या अस्थायी रेहड़ी, फड़ी एवं खोखा नहीं लगाने दिया जाएगा तथा उक्त व्यक्ति को भी यहां से हटाया जाएगा।