शहरी प्रधान दीपक सलवान की अध्यक्षता में शहर के लगभग 45 कांग्रेसी पार्षदों तथा अन्य नेताओं ने डीसी कार्यालय के बाहर दिया धरना

कपूरथला ( द स्टैलर न्यूज़ ), रिपोर्ट- गौरव मढ़िया । पंजाब की सत्ता बदलने के बाद पिछले 3 महीनो से चुप बैठी कांग्रेस पार्टी अब विरोधी पक्ष की भूमिका में गर्मजोशी से अपना रोल अदा करने के मूड में आ चुकी है जिसका उदाहरण कपूरथला में शहरी प्रधान दीपक सलवान की अध्यक्षता में शहर के लगभग 45 कांग्रेसी पार्षदों तथा अन्य नेताओं ने डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर जमकर डीसी के खिलाफ नारेबाजी की और कई घंटे तक धरना लगाए रखा। उनका आरोप था कि पिछले 3 माह से जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा और डीसी कपूरथला सत्ता पक्ष के नेताओं के हाथों की कठपुतली बने हुए हैं। बता दे कि तीन माह से शहर की तमाम समस्याओं के समाधान न होने से तंग कांग्रेसी पार्षद मंगलवार को डीसी-कम-निगम कमिश्नर को मिलने गए।

Advertisements

लेकिन डीसी ने एक घंटे इंतजार करवाया। इतना ही नहीं बल्कि काफी देर इंतजार के बाद भी जब डीसी बिना मिले ही चले गए तो कांग्रेसी पार्षद भड़क उठे और डीसी दफ्तर के बाहर प्रबंधकीय परिसर में ही धरना लगा दिया। जिसके बाद तो डीसी दफ्तर में हंगामा शुरू हो गया। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई, लेकिन डीसी से मिलने की जिद पर अड़े कांग्रेसी पार्षदों ने धरना स्थल पर ही बैठकर दोपहर का खाना खाया। जबकि एसडीएम कपूरथला ने उन्हें कई बार आफिस में बैठकर बात करने के लिए समझाया। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष दीपक सलवान ने बताया कि तीन माह से शहरवासी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। लेकिन डीसी विशेष सारंगल, जिनके पास निगम कमिश्नर का भी चार्ज है, की ओर से एक पैसे का काम नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा सत्तासीन सरकार के इशारे पर हो रहा है, ताकि निगम के कांग्रेसी पार्षद बदनाम हो। शहरी प्रधान दीपक सलवान ने कहा कि डीसी पूरी तरह से सरकार के हाथों में खेल रहे हैं। इसलिए सफाई सेवकों की भर्ती को लटकाया जा रहा है। शहर में पेयजल संकट गहरा रहा है। मानसून से पहले सीवरेज की सफाई जरूरी है, लेकिन इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। डेढ़ माह से जैटिंग मशीन खराब है, लेकिन उसे ठीक नहीं करवाया जा रहा है। शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों का उठान सुबह नौ बजे से पहले होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। वाटर सप्लाई की मोटरें खराब पड़ी हैं, कई वार्डों में सड़कों का पैचवर्क होना है, लेकिन कमिश्नर की ओर से कोई काम नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस बाबत 15 दिन पहले भी वह डीसी-कम-निगम कमिश्नर से मिले तो उन्होंने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन कार्रवाई एक इंच नहीं बढ़ी। इस पर मंगलवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे वह मेयर कुलवंत कौर, सीनियर डिप्टी मेयर राहुल कुमार, डिप्टी मेयर विनोद सूद, पार्षद करण महाजन, पार्षद ज्योति धीर, पार्षद सविता चौधरी, पार्षद मनीश अग्रवाल समेत सभी 45 कांग्रेसी पार्षद व वर्कर डीसी को मिलने पहुंच तो उन्होंने वेटिंग हाल में इंतजार करने के लिए कहा, लेकिन एक घंटा इंतजार के बाद भी डीसी नहीं मिले। फिर कोशिश की तो उन्होंने कुछ और इंतजार करने को कहा, लेकिन कुछ समय बाद डीसी बिना कुछ कहे पिछले दरवाजे से चले गए। इसके बाद डीसी द्वारा दोबारा आफिस में आकर सभी से मिलकर समस्याओ को सुना गया ।

दीपक सलवान ने कहा कि ऐसा कर डीसी ने जनता के चुने हुए पार्षदों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई है। इससे गुस्साए पार्षद भड़क उठे और धरना लगा दिया। एसडीएम कपूरथला डा. जयइंद्र सिंह ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन पार्षद नहीं माने और एसडीएम के सामने डीसी मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। धरना स्थल पर ही जमीन पर बैठकर कांग्रेसियों ने लंच किया। करीब साढ़े चार बजे एसडीएम के हस्तक्षेप से डीसी ने प्रदर्शनकारी कांग्रसी पार्षदों से मिले और उनकी समस्याओं को तुरंत हल करवाने का आश्वासन दिए जाने के बाद धरना हटाया गया। वहीँ डीसी विशेष सारंगल से बात करनी चाही तो हमेशा की तरह कॉल अटैंड नहीं की गई। वहीं डिवीजन कमिश्नर जालंधर गुरप्रीत कौर सपरा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह इस बारे में जानकारी हासिल करके ही कुछ बता सकती हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here