जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने उपयोगिता प्रमाण पत्र (यूसी) जमा करने में हो रही देरी को संज्ञान में लेते हुए कहा कि आने वाले दिनों में सभी चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा की जाएगी। डिप्टी कमिशनर ने कहा कि वह और अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (विकास) वीरेंद्र पाल सिंह बाजवा स्मार्ट विलेज अभियान (एसवीसी) के अधीन जिले में किए जा रहे कार्यो की समीक्षा के लिए व्यक्तिगत रूप से साईट का दौरा करेंगे।
जिला प्रशासकीय परिसर में स्मार्ट विलेज अभियान की स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिशनर ने कहा कि एसवीसी फेज-I के दौरान 43.17 करोड़ रुपये की लागत से जिले में कुल 962 विकास कार्य शुरू किए थे और इन कामों के लिए खर्च की ग्रांट के उपयोग सर्टीफिकेट जमा करवाए गए है। इसी प्रकार एसवीसी फेज-2 के अधीन जिले में 3086 विकास कार्यों के लिए 159.75 करोड़ रुपये जारी किए गए है। घनश्याम थोरी ने कहा कि एसवीसी दूसरे फेज के अधीन प्रशासन को केवल 37.07 करोड़ रुपये के उपयोग सर्टीफिकेट जमा करवाए गए है ।
उन्होंने आदमपुर फ्लाईओवर, आदमपुर एयरपोर्ट रोड, भोगपुर-करतारपुर सीवरेज योजनाओं में हुई प्रगति की भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए ठेकेदारों द्वारा प्रतिदिन साइटों का दौरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान डिप्टी कमिशनर ने अदालती मुकदमों, इंतकाल, जमाबंदी, मुसावयों का डिजिटाइजेशन, बाढ़ सुरक्षा, पंजाब शहरी पर्यावरण सुधार कार्यक्रम (पीयूईआईपी), कोविड टीकाकरण कार्यक्रम, स्मार्ट क्लास प्रोग्राम, मिड-डे-मील योजना और कृषि विभाग की तरफ से किए प्रयासों की भी समीक्षा की।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर वीरेंद्र पाल सिंह बाजवा व मेजर अमित सरीन, एसडीएम बलबीर राज सिंह, लाल विश्वास बैंस और रणदीप सिंह हीर, सहायक कमिशनर हरजिंदर सिंह जस्सल, पंकज बंसल आदि उपस्थित थे।