होशियारपुर ( (द स्टैलर न्यूज़): श्री नंद अन्नपूर्णा मंदिर एकता नगर में चल रही श्री मद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा करते हुए आचार्य धीरज कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भक्ति का रसपान करते रहना चाहिए तथा इसके द्वारा ही आगे का मार्ग प्रशस्त होता है। धन-दौलत, मान-सम्मान पलक झपकते ही समाप्त हो जाएगी लेकिन भक्ति रूपी दौलत कभी समाप्त नहीं होगी। आचार्य धीरज ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने से पापों की मुक्ति मिलने के साथ-साथ नारायण का सानिध्य प्राप्त होता है। भागवत कथा सत्यरूपी प्रकाश तरह होती है जिसके आवेश में आने पर अंधकार रूपी अज्ञान को दूर कर प्रकाशित करता है। कथा सिर्फ आनंद के लिए नहीं बल्कि इससे जुड़ी बातों को आत्मसात करने के लिए होती है। भगवान नारायण की महत्ता पर प्रकाश प्रभु का सानिध्य डालते हुए उन्होंने कहा कि लोग धन-वैभव पुत्र-मोह आदि के चक्करों में फंसे हैं।
जो समय आने पर सभी क्षीण हो जाएगा। उन्होंने भजन सब दुखी सुखी राम के दास, कबीरा सब जग निर्धना धनवंता नहीं कोय, धनवंता सोई जानिए जाके राम नाम धन होए, आदि से भक्ति एवं सतसंग की महत्ता बताई। इस दौरान यजमान के तौर पर नील शर्मा व नीना शर्मा ने पूजन करवाया। इस मौके पर अन्य के अलावा प्रधान रमेश अग्रवाल, महासचिव तरसेम मोदगिल, भाजपा नेता अविनाश खन्ना, श्री राम लीला कमेटी के प्रधान गोपी चन्द कपूर, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा, विकास सिगला, राजेन्द्र मोदगिल, मुकेश डाबर, मोहन लाल पहलवान, सुभाष अग्रवाल, जगदीश हरजाई, दविंदर वालिया गुरुजी, विशाल वालिया, राजीव शर्मा, रामेश गम्भीर इत्यादि मौजूद थे।