
होशियारपुर (6 फरवरी) भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, डॉ. दिलबाग राय, सतीश बावा, यशपाल शर्मा, जीवेद सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि पंजाब सरकार अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए नित्य नए मूर्खतापूर्ण प्रयोग कर रही है। जिसके कारण आगे से आगे जटिलताएं पैदा हो रही है, उसका एक बड़ा उदाहरण है कि पंजाब कैबिनेट द्वारा पास की गई नई माइनिंग पॉलिसी जो कि अपने-आप में ही काफी विवादस्पद है। सबसे पहले तो इतने बड़े पंजाब में केवल 50 खड्डे इस पॉलिसी के अंतर्गत खोलने की घोषणा की गई है, परंतु इतने बड़े पंजाब के क्षेत्र में जहां पर 117 विधानसभा हलके हैं 50 खड्डों से किस प्रकार उपभोक्ताओं को अपने घर के नजदीक रेत मिल सकेगी, यह नहीं बताया गया।

सबसे बड़ी मुश्किल तो उपभोक्ताओं को उस समय होगी जब उन्हे स्वयं अपने बलबूते पर लेबर तथा ट्रॉली का प्रबंध करना पड़ेगा, जो कि आम आदमी और विशेषकर विधवा महिलाओं और बुजुर्गों के लिए एक बहुत ही कठिन कार्य होगा कि खुद की ट्राली तथा लेबर का प्रबंध करें तथा मौके पर जाकर रेत भरवाए, इतना ही नहीं यह भी नहीं बताया गया कि एक ही दिन में कई लोगों के ट्राली तथा लेबर ले कर जाने पर आवंटन की विधि क्या होगी। इसके अतिरिक्त पॉलिसी में यह भी कहा गया है कि रेत माइनिंग इंजीनियर व माइनिंग अफसर की हाजरी में भरवाई जाएगी जो कि किसी भी तरह संभव नहीं है, क्योंकि सरकार के पास इतने अफसर व इंजीनियर नहीं है जो हर जगह मौजूद होकर रेत भरवा सके।

पॉलिसी में इस बात का भी जिक्र नहीं है कि असल उपभोक्ता की पहचान का मापदंड क्या रखा गया है, क्योंकि उपभोक्ता के नाम पर ब्लैक में रेत बेचने वाले रेत इकठी करके मनमानी कीमतों पर लोगों के घरों में सप्लाई कर सकते हैं और लोग उन्ही से रेत खरीदने को पहल देंगे क्योंकि इससे लोगों को परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि वास्तव में मौजूदा माइनिंग नीति किसी भी तरह जमीनी तौर पर संभव नहीं है। यह केवल आम आदमी पार्टी द्वारा लोगों को गुमराह करके अपने झूठे प्रचार के लिए बनाई गई है। भगवंत मान का दावा कि उन्होंने एक और ग्रांटी पूरी कर दी है पंजाबियों के साथ सरासर धोखा है।
