
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी पंजाब और पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच इंडिया के संयुक्त आमंत्रण पर 21 मई को पूरे पंजाब में जिला स्तरीय मशाल-मार्च निकाले गए । ये मशाल-मार्च केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा पुरानी पेंशन बहाल नहीं करने या पुरानी पेंशन बहाली को लागू करने में देरी के विरोध के रूप में पूरे भारत में आयोजित किए गए । यह प्रेस नोट जारी करते हुए जिला होशियारपुर के संयोजक संजीव धूत ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली का मामला राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। इसका साफ असर विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों के नतीजों पर देखने को मिला है। इस मौके पर सूबा कनवीनर जसवीर तलवाड़ा एवं गवर्नमेंट टीचरज़ यूनियन पंजाब के जिलाध्यक्ष प्रिंसिपल अमनदीप शर्मा ने विशेष रूप से शिरकत की।

इस अवसर पर जानकारी देते हुए मुलाजिम नेताओं ने कहा कि वर्ष 2022 में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुरानी पेंशन बहाल करने का फैसला किया है,जिस पर सरकार ने विभिन्न टीवी चैनलों, समाचार पत्रों पर 1972 से पहले की पुरानी पेंशन बहाली को लेकर भी सफाई दी थी, लेकिन अब छह माह से अधिक समय बीत जाने के बाद अप्रैल माह में वित्त विभाग ने बैठक कर इस संबंध में की गई कार्रवाई पर एक्शन रिपोर्ट जारी करते हुए दो निर्णय लिए गए हैं, जिसमें पहला यह हैं कि जिन राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल हो चुकी हैं उनसे जानकारी एकत्रित करना हैं और दूसरा केंद्र सरकार द्वारा एनपीएस में किए जाने वाले संशोधनों की जांच करना है। अब सवाल उठता है कि जब मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है किया हैं कि 1972 वाली पुरानी पेंशन ही लागू होगी तो एनपीएस में संशोधनों को देखने का सवाल ही नहीं उठता। सरकार को बिना किसे देरी के पुरानी पेंशन लागू कर देनी चाहिए। इस दोहरे मामले को लेकर एनपीएस कर्मचारियों में खासा रोष है। इसी के तहत आज शाम जिला स्तरीय ‘मशाल-मार्च’ का विशाल जनसैलाब और सरकार द्वारा विरोध की अनदेखी करना सरकार के लिए नई मुश्किल पैदा कर सकता हैं।याद रहे एन पी एस पीड़ित मुलाजिमों द्वारा धूरी में 28 मई को होने जा रही राज्य स्तरीय महांरैली की जा रही है,इस
एक्शन से सरकार की पुरानी पेंशन बहाली में देरी की पोल अपने-आप खुल जाएगी। आज का यह मार्च शहर के विभिन्न बाजारों से होता हुआ शहीद उधम सिंह पार्क पर समाप्त हुआ। इस अवसर पर मुलाजिम नेताओं में तिलक राज, सुरजीत राजा, विकास शर्मा,लेक्चरर अमर सिंह, सुनील शर्मा, वरिंदर विक्की, प्रितपाल सिंह चौटाला, परमजीत नारंग, सुरिंदर कलसी, उपकार पट्टी, रजत महाजन, अशोक बुलोवाल, प्रिंस गढ़दीवाला, दविंदर कुमार, मनमोहन तलवाड़ा ,नरिंन्द्र मंगल,निर्मल बध्धन,चमन लाल, जसवंत सिंह,रिषभ देव, बलदेव सिंह टांडा,नरिंदर अजनोहा, राज कुमार, सरबजीत सिंह, दविंदर सिंह टांडा, सतप्रकाश, जगविंदर सिंह, संदीप शर्मा, लेक्चरर सुखदेव सिंह, मनप्रीत सिंह, हरविलास, सचिन कुमार, लेक्चरर हरविंदर सिंह, बलविंदर सिंह,उपिंदर सिंह,मैडम राज कौर ,बलवीर कौर, नीरू काजल, प्रियंका राणा, रणदीप हीरा, गुरजीत कौर, गीता शर्मा, वंदना कुमारी, रामी मेहता, सीतल कौर, मंजू शर्मा, गीता रानी, रविंदर कौर सहित जिले से बड़ी संख्या में एनपीएस पीड़ितों ने भाग लिया।
