को-ऐजुकेशन स्कूल होशियारपुर में नशाखोरी के बुरे प्रभावों व इलाज संबंधी सैमिनार आयोजित

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सरकारी सीनियर सैकेंडरी को-ऐजुकेशन स्कूल होशियारपुर में प्रिंसीपल राजन अरोड़ा के सहयोग से तथा वाईस प्रिंसीपल सीमा सैनी की उपस्थिति में तम्बाकू तथा नशाखोरी के बुरे प्रभावों तथा ईलाज की जानकारी सम्बन्धी सैमीनार का आयोजन किया गया। इस सैमीनार में सेहत तथा परिवार भलाई विभाग होशियारपुर के अधीन जि़ला नशा मुक्ति एवं पुर्नवास सोसायटी होशियारपुर से रिसोर्स पर्सन के तौर पर संदीप कुमारी क्लीनिकल सॉयकोलोजिस्ट काऊंसलर ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक होशियारपुर तथा प्रशान्त आदिया काऊंसलर ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक केन्द्रीय जेल होशियारपुर थे।

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इस अवसर पर मिस संदीप कुमारी सायकोलोजिस्ट काऊंसलर ने कहा कि नशा एक मानसिक बिमारी है जिसका ईलाज पंजाब सरकार की सेहत संस्थाओं में मुफ्त किया जाता है। काऊंसलर संदीप कुमारी ने बताया कि डब्लयू.एच.ओ. के अनुसार नशाखोरी एक लम्बे समय तक रहने वाली तथा बार-बार होने वाली मानसिक बिमारी है जो नशा करने वाले व्यक्ति को ही नही बल्कि उसके परिवार तथा समाज को प्रभावित करती है। संदीप कुमारी ने जानकारी देते हुये बताया कि तम्बाकू एक एडक्टिव सबस्टान्स है जिस कारण इसको ’’दि गेट आफ अदर ड्रग्ज़’’ कहा जाता है। उन्होंने बताया कि तम्बाकू कई प्रकार के कैंसरों का कारण बनता है तथा विश्व में सबसे अधिक मौतें तम्बाकू के सेवन से होने वाली बिमारियों के कारण होती हैं। आज टीनऐज़ के बच्चे भी इस में शामिल हो रहे है इसलिए हमें जागरूक होने की ज़रूरत है तथा उन्होंने बच्चो को तम्बाकू से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर काऊंसलर प्रशांत आदिया ने कहा कि सेहत तथा परिवार भलाई विभाग पंजाब सरकार की ओर से इसका ईलाज संभव है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति केन्द्र सिवल हस्पताल होशियारपुर में मनोरोग चिकित्सक डा. राज कुमार, उप-मंडल सिवल अस्पताल दसूहा तथा मुकेरियां में मनोरोग चिकित्सक की सीधी देखरेख में नशा करने वाले मरीज़ों का ईलाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि नशाखोरी बार होने वाली तथा लम्बा समय चलने वाली बिमारी है। उन्होंने कहा कि नशाखोरी का ईलाज नशा मुक्ति केन्द्र सिविल अस्पताल दसूहा तथा होशियारपुर में मुफ्त किया जाता है, जहां मरीज़ को 15-21 दिन डिटाकीफिकेशन किया जाता है, इसके उपरांत मरीज़ को सरकारी पुर्नवास केन्द्र मोहल्ला फ्तेहगढ़ होशियारपुर में भेजा जाता है, जहां मेडिकल अफसर तथा सेहत अमले की देखरेख में मरीज़ को 90 दिनों के लिए रखा जाता है, इसी दौरान मरीज़ की व्यक्तिगत काऊंसलिंग, ग्रुप काऊंसलिंग, आध्यात्मिक काऊंसलिंग पारिवारिक मैडिटेशन, कसरत, खेलें, वॉलीवाल गेम, बैडमिंटन आदि खुला हवादार पैस्को सिक्योरिटी, आदि का प्रबन्ध हैं।

इसके इलावा सेहत तथा परिवार भलाई विभाग पंजाब सरकार की ओर से ओ.ओ.ए.टी क्लीनिक खोले गये हैं जिसमें जीभ के नीचे रखने वाली दवाई बुपरोनोर्फिन निलासन दवाई से मुफ्त ईलाज किया जाता है। इन केन्द्रो में मरीज़ के परिवार तथा मरीज़ की लिखती सहमति उपरांत सारी दवाई डॉयगनोस्टिक जांच कर के दी जाती है जो ऑनलाईन प्रोसैस द्वारा शुरू की जाती है। यह ईलाज जि़ला स्तर पर सरकारी रिहैबलीटेशन सैंटर कंप्लैक्स, उप मंडल स्तर पर सिविल अस्पताल दसूहा, मुकेरियां, गढ़शंकर, सी.एच.सी, स्तर पर केन्द्रीय जेल आदि में मुफ्त किया जाता है। इस अवसर पर प्रवीण कुमारी, सविता देवी, रमा कुमारी, गुरप्रीत कौर, मनीषा कुमारी, रक्षा कुमारी, कमलेश रानी, राज कुमारी, आरती चन्देल, हरप्रीत कौर उपस्थित थे।

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