होशियारपुर में विदेश भेजने के नाम पर ट्रैवल एजैंट द्वारा लाखों रुपये डकार जाने से धोखे का शिकार हुए करीब 100 लोगों ने एजैंट के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पुलिस से गुहार लगाई है। ठगी का शिकार हुए लोगों ने बताया कि एजैंट ने उनसे विदेश भेजने के नाम पर एक-एक व्यक्ति से 80-80 हजार रुपये लिए थे। परन्तु जब वे एजैंट के दफ्तर गए तो वहां कोई नहीं मिला तथा एजैंट का फोन भी बंद आ रहा है।
ठगी का शिकार लोगों ने बताया कि एजैंट द्वारा उन्हें वीजा और टिकट देकर जब एयरपोर्ट भेजा गया तो वहां पर तैनात अधिकारियों ने बताया कि वीजा और टिकट नकली हैं, जबकि सभी के पासपोर्ट भी एजैंट के पास ही हैं और उसने कहा था कि वे सभी को एयरपोर्ट मिलेगा, परन्तु वह वहां नहीं पहुंचा। इस पर वे एयरपोर्ट से वापस आ गए तथा होशियारपुर जब वह एजैंट के दफ्तर गए तो पता चला कि वे दफ्तर बंद करके जा चुका है तथा उसका नंबर भी बंद आ रहा है। इस पर उन्होंने पुलिस के पास इंसाफ की गुहार लगाई है। उक्त लोगों ने बताया कि उनके पास ट्रैवल एजैंट को पैसे देते हुए की वीडियो भी है जो वे जांच के समय पुलिस को सौंपेंगे।
दूसरी तरफ थाना माडल टाउन पुलिस के प्रभारी गोपाल सिंह का कहना है कि यह मामला धोखाधड़ी से संबंधित है और इसके लिए स्पैशल सैल बना हुआ है। इसलिए उन्होंने प्रभावित लोगों से कहा है कि वे इस संबंधी पहले उच्चाधिकारियों से शिकायत करें ताकि मामले की जांच करके आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
ट्रैवल एजैंटों द्वारा लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले अकसर प्रकाश में आते रहते हैं। अधिकतर मामलों से जुड़े ट्रैवल एजैंटों के पास सरकार द्वारा प्रमाणित रजिस्ट्रेशन नहीं होती तथा लोग उनके झांसे में आकर ठगे जाते हैं। परन्तु जहां सरकार को चाहिए कि वे फर्जी ट्रैवल एजैंटों पर नकेल कसे वहीं लोगों को भी चाहिए कि वे एजैंट संबंधी पूरी पड़ताल उपरांत ही उसे अपने दस्तावेज और पैसे दें ताकि भविष्य में उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।