बछवाड़ा/बेगूसराय (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: राकेश कुमार। प्रखंड क्षेत्र में लगातार बढ़ रही गर्मी से लोग परेशान हैं। एक तरफ जहां गर्मी सता रही है, तो वहीं लोगो को बिजली भी रूला रही है। बिजली नहीं रहने से लोग बेचैन हो रहे हैं। घर हो या बाहर हर जगह लोग परेशान रहते है। दूसरी तरफ इस गर्मी और चिलचिलाती धूप में बिजली की आंख-मिचौली से जले पर नमक जैसी स्थिति बन रही है। विगत एक सप्ताह से बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी खराब है। एक तरफ सरकार और बिजली कंपनी 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की बात कर रही है। वहीं दूसरी तरफ धरातल पर स्थिति कुछ और ही है।
बिजली का दावा पूरी तरह से खोखला साबित हो रहा है। बछवाड़ा विद्युत सब स्टेशन के 6 फीडर बनाए गए हैं। सभी फीडर में बछवाड़ा प्रखंड के सैंकड़ो गांव को जोड़ा गया है। लेकिन बिजली विभाग द्वारा चौबीस घंटे में दस से बारह घंटे सही से बिजली उपभोक्ता को नहीं मिल पाती है। दिनभर बिजली का आना और जाना लगा रहता है। बछवाड़ा प्रखंड के करीब 20 हजार उपभोक्ता बिजली के लिए त्राहिमाम में हमेशा रहते है। बिजली नहीं रहने से बछवाड़ा प्रखंड के सैकड़ो गांव में 24 घंटे में बिजली का आना-जाना लगा रहता है। उपभोक्ता संजय कुमार, राजेश शर्मा, विनोद यादव, मनोज कुमार, राकेश कुमार, मुकेश कुमार, अशोक यादव, हरी नंदन यादव, सहित दर्जनों उपभोक्ताओं ने बताया कि जब किसी कारण बस बिजली कट जाती है तो बिजली विभाग के एस.डी.ओ. से लेकर आप्रेटर, मिस्त्री सहित अन्य कर्मी अपने-अपने मोबाइल बंद कर लेते है या फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते।
जिस कारण उपभोक्ताओं को सही जानकारी देने वाला कोई नहीं रहता है और इलाके के लोग बिजली के लिए टकटकी लगाए रहते हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली विभाग द्वारा तारपोल सहित बिजली मेंटिनेंस के नाम पर हर माह हजारो रुपये आते है। लेकिन बछवाड़ा के 33 हजार का तार पोल, 11 हजार वोल्ट का तार पोल सहित गांव व घरों के भी तार पोल पूरी तरह से जर्जर हो गया है। उसे बदला नहीं जाता है। जिस कारण हल्की हवा या बारिश होने पर कहीं न कहीं तार पोल गिर जाता है जिस कारण दिन-दिन भर बिजली बंद रहती है। बिजली के तार और पोल जर्जर रहने के कारण तार-पोल गिरने से इलाके के दर्जनों लोगो की जान व मवेशी की जान जा चुकी है। लेकिन विभाग को इसकी कोई चिंता नहीं रहती है।
उपभोक्ताओ का कहना है कि बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं का चार से पांच हजार बिजली बिल हो जाने पर तुरंत बिजली काटने का आदेश कर बिजली काट दी जाती है। लेकिन बिजली बिल में गड़बड़ी या कोई अन्य समस्या जब उपभोक्ताओं को पेश आती है तो उपभोक्ता बिजली विभाग के महीनो चक्कर लगाने के बाद भी ठीक नहीं हो पता है। बछवाड़ा प्रखंड के फतेहा, चिरंजीवीपुर, रसीद पुर, बछवाड़ा, गांव मरांची, कादराबाद, जहानपुर, अरवा, रानी गोधना, आदि दर्जन भर गांवों के सैंकड़ों उपभोक्ताओ ने कहा कि अगर विभाग द्वारा सही से बिजली का तार पोल को जल्द नहीं बदला गया तो सारे उपभोक्ता संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे। मामले को लेकर विद्युत विभाग के एस.डी.ओ. उमंग अग्रवाल ने बताया कि दोपहर में हवा चलने के कारण बिजली कुछ देर के लिए बंद कर दी जाती है। कभी-कभी बिजली का तार टूट जाने के कारण कुछ देर के लिए बिजली बंद करनी पड़ती है।