अपने पैरों पर खड़ा होने की सोच ने सोनिया को बनाया बिजनेस वुमैन

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर की सोनिया मरवाहा एक साल पहले गृहणी थी। घर का काम करते-करते सोनिया के मन में आया कि वह भी बिजनेस वुमैन के तौर पर अपने आप को स्थापित करें, यह बात उन्होंने अपने पति दीपक से की जिनका कि होशियारपुर में ही हैंडलूम का कारोबार है। सोनिया की कुछ कर गुजरने की सोच का उनके पति दीपक ने भी सम्मान किया और यहीं से सोनिया मरवाहा की एक सफल उद्यमी के तौर पर अपने आप को स्थापित करने की कहानी शुरु होती है। जोश व जज्बा सोनिया में पहले से ही था लेकिन उनके सपनों को हकीकत में बदलने का काम जिला उद्योग केंद्र होशियारपुर ने किया और आज एक साल बाद सोनिया मरवाहा होशियारपुर की रैस्टवे इंडस्ट्रीज की मालकिन है।

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– जिला उद्योग केंद्र की मदद ने एक साधारण गृहणी को बनाया रैस्टवे इंडस्ट्री का मालिक

जिलाधीश ईशा कालिया ने कहा कि सोनिया मरवाहा की सफलता समाज में अन्य महिलाओं को भी अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन का पूरा प्रयास होता है कि सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लोगों को फायदा पहुंच सके। उन्होंने कहा कि जिला उद्योग केंद्र की ओर से नए उद्योग व सर्विस सैक्टर में स्थापित करने के लिए विभिन्न योजनाएं है। इस लिए ज्यादा से ज्यादा लोग सरकार की इन योजनाओं का लाभ लें। उन्होंने कहा कि सोनिया के इस प्रयास ने यह साबित कर दिया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में अपना लोहा मनवा सकती है। ईशा कालिया ने बताया कि प्रधानमंत्री इंप्लायमेंट जनरेशन प्रोग्राम के अंतर्गक ऋण के लिए आवेदन, सक्रूटनी, वेरीफिकेशन से लेकर सब्सिडी तक सारा सिस्टम आन लाइन है। उन्होंने बताया कि जिला उद्योग केंद्र की ओर से स्कूलों, कालेजों व आई.टी.आई में भी जागरु कता कैंप लगाए जाते हैं।

सोनिया मरवाहा ने बताया कि एक साल पहले जब उसके मन में खुद का व्यवसाय शुरु करने का आइडिया आया तो बहुत सोच समझ कर व पति से राय कर उन्होंने मेट्रेस(गद्दा) इंडस्ट्री लगाने का निर्णय किया। उनके पति दीपक ने उन्हें इस व्यवसाय से संबंधित सूचनाएं व बारिकियों जिसमें इसके उत्पादन से लेकर मार्केटिंग संबंधी सभी विषयों पर सहायता की। कारोबार संबंधी सारी जानकारी हासिल करने के लिए उन्होंने जिला उद्योग केंद्र के जनरल मैनेजर से संपर्क किया। इस दौरान उन्हें प्रधानमंत्री इंप्लायमेंट जनरेशन प्रोग्राम के बारे में पता चला।

उन्होंने जिला उद्योग केंद्र से मिली गाइड लाइन के अनुसार मेट्रेस मैन्यूफैक्चिरिंग के लिए ऋण का आवेदन किया। उनके केस की पड़ताल करने के बाद जिला टास्क फोर्स कमेटी की ओर से उनका केस ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स को भेज दिया गया। बैंक ने भी उनके इस व्यवसाय के लिए 24,55,000 रु पये का ऋण दे दिया और उन्होंने फतेहगढ़ नियाड़ा में अपना कारोबार शुरु किया। सोनिया मरवाहा ने कहा कि उनके कारोबार का उद्देश्य अपने पैरों पर खड़ा होने के साथ-साथ क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद व सम्मान कमाना था।

अब वे जहां एक साधारण गृहणी से एक सफल उद्यमी बन कर लाभ कमा रही है वहीं अपने इस उद्योग में 18 लोगों को रोजगार भी दे रही हैं। जिला उद्योग केंद्र के जनरल मैनेजर अमरजीत सिंह ने कहा कि उद्योग विभाग की ओर से प्रधानमंत्री इंप्लायमेंट जनरेशन प्रोग्राम के अंतर्गत जो कोई भी काम शुरु करना चाहता है वह कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इच्छुक आवेदकों को पीएमईजीपी योजना की आवश्यकता के अनुसार पीएनबी आर.एस.ई.टी.आई. होशियारपुर से ट्रेनिंग दिलाई जाती है। यहां सामान्य उद्यमिता विकास कार्यक्रम (ईडीपी) प्रशिक्षण जिसमेे विभिन्न व्यावसायिक तकनीकों को सीखने, उद्यमिता क्षमताओं की आवश्यकता, समस्या निवारण तकनीक, मार्केटिंग मैनेजमेंट, जोखिम लेने और लक्ष्य सेटिंग और आत्मविश्वास विकसित करने आदि की ट्रेनिंग दी जाती है।

उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र में सामान्य कैटागिरी के लिए 15 प्रतिशत सब्सिडी जबकि रिजर्व कैटागिरी जिसमें सामान्य वर्ग की महिलाएं भी शामिल है को 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है, वहीं ग्रामीण इलाकों में सामान्य वर्ग को 25 व रिजर्व कैटागिरी को 35 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। जनरल मैनेजर अमरजीत सिंह ने बताया कि इंडस्ट्री के लिए 25 लाख तक का ऋण दिया जाता है जबकि सर्विस सैक्टर के लिए 10 लाख रु पये तक का ऋण दिया जाता है।

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