होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। कोविड-19 के चलते पूरी दुनिया नाजुक दौर से निकल रही है व ऐसी मुश्किल घड़ी में सरकारों की ओर से अलग-अलग धार्मिक व समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से जरुरतमंदों तक राशन पहुंचाया जा रहा है, ताकि किसी भी जरुरतमंद को भूखा न सोना पड़े, पर कई ऐसे लालची व्यक्ति भी सामने आ रहे हैं, जो कि अपने निजी स्वार्थ को आगे रखकर प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला होशियारपुर जिले के सब-डिवीजन दसूहा के अंतर्गत आते गांव भाना में देखने को मिला। इस गांव के निवासी सुरिंदर सिंह ने कंट्रोल रुम में फोन किया कि मैं और मेरा परिवार बहुत तकलीफ में है, मुझे तुरंत राशन भेजा जाए। जब एस.डी.एम. दसूहा ज्योति बाला ने टीम को राशन सहित भेजा तो मंजर कुछ और ही था। दो मंजिला मकान में रहकर इस परिवार के पास राशन की कोई कमी नहीं थी व परिवार आर्थिक पक्ष से काफी ठीक नजर आया।
जब इसको पूछा गया कि सब कुछ होने के बावजूद ऐसा क्यों किया, तो उसका कहना था कि नि:शुल्क राशन मिल रहा है, इसलिए मैंने भी सोचा कि राशन ले आऊं। एस.डी.एम. दसूहा ज्योति बाला ने बताया कि फर्जी काल करने वाले इस व्यक्ति के खिलाफ धारा 182 के अंतर्गत डी.एस.पी. टांडा को तुरंत मामला दर्ज करवाने के लिए कह दिया गया है। डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने बताया कि राशन की जरुरत संबंधी फर्जी काल करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसी फर्जी काल करने वालों के खिलाफ अब तक आधे दर्जन के करीब मामले दर्ज करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रभाव को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए कफ्र्यू के दौरान जिला प्रशासन की ओर से अलग-अलग संस्थाओं के सहयोग से जरुरतमदों को राशन पहुंचाया जा रहा है, ताकि किसी भी व्यक्ति को भूखा न सोना पड़े। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में राशन की जरुरत संबंधी फर्जी काल करना गुमराह करना है। उन्होंने सख्त हिदायत करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, ताकि सही व जरुरतमंद परिवार तक सुचारु ढंग से राशन पहुंचाया जा सके।
Hi Sandeep Ji you r doing really great..I admire you..regards Sanjiv