गगरेट (द स्टैलर न्यूज़)। बिजली बिलों पर दी जा रही सब्सिडी का प्रदेश सोशल मीडिया के पूर्व संयोजक देवीलाल ने सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की है। देवीलाल का आरोप है कि हिमाचल सरकार ने चुनाव के दौरान लोगों को बेवकूफ बनाया और अब चुनाव जीतने के बाद लोगों की जेब काटी जा रही है। सभी जानते हैं कि छोटे से छोटे परिवार में भी 200-300 यूनिट महीने की खपत होती है। अब सरकार ने आम आदमी को सब्सिडी से वंचित करने के लिए 125 यूनिट कि जो शर्त रखी है वह सरासर आम आदमी के साथ धोखा है।
देवीलाल ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बयान जारी कर कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश के कई राज्यों में बिजली के बिल माफ करने पर विचार हो रहा है, मगर हिमाचल सरकार इस आपदा के मौके को अवसर बनाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा की सरकारी डिपो में पहले से ही दालों और तेल के मूल्य बढ़ा दिए गए हैं और ना ही सरकार के हाथ में पैट्रोल डीजल की मूल्य वृद्धि पर कोई भी लगाम लगाने में नकाब रही है और सीमेंट के दाम कंट्रोल में कमरतोड़ महंगाई से पहले ही हिमाचल वासी कराह रहे हैं, ऐसे में मध्य वर्ग के लिए तो बिजली की बढ़ी दरों का बोझ असहनीय हो जाएगा। उन्होंने सरकार के इस कदम को असंवेदनापूर्ण और जन विरोधी बताया।
देवीलाल ने कहा सभी जानते हैं कि हिमाचल में बिजली का उत्पादन होता है और आज हिमाचल के ही वासियों को बिजली की सब्सिडी से वंचित किया जा रहा है के दबाव में सरकार लगातार दाम बढ़ा रही है। हिमाचल की जय राम सरकार ने साबित कर दिया है कि वह आम आदमी की शुभचिंतक नहीं है और सरकार के इस फैसले से आम आदमी को जबरदस्त झटका लगा है। उन्होंने इसके खिलाफ रोष प्रदर्शन की चेतावनी दी।