एमएसपी नहीं होगी खत्म, किसान सशक्तिकरण बिल में देश के किसी भी हिस्से में फसल बेच पाएंगे किसान: तरुण चुघ

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: संदीप डोगरा। केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के सशक्तिकरण के लिए जो बिल पास किए गए हैं उन्हें लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार और कांग्रेस की बी-पार्टी आम आदमी पार्टी किसानों एवं आम जनता को गुमराह कर रही है। क्योंकि, उनके पास कोई मुद्दा नहीं है तथा वे इन बिलों को किसान विरोधी बताकर किसानों से उनका भविष्य छीनना चाहती हैं। लेकिन यह बिल लागू होने पर किसान जहां पूरे देश में कहीं भी अपनी उपज को बेच सकेंगे वहीं कोई भी राज्य सरकार इसके लिए किसानों से कोई फीस या टैक्स नहीं ले पाएगी। मोदी सरकार किसानों से किया एक-एक वायदा पूरा करेगी और जो सरकार ने कहा था कि किसानों की आमदन दोगुणा करनी है को लेकर सरकार पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है और यह बिल पास करना सरकार की किसानों के प्रति दृढ़ता को दर्शाता है। यह विचार भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं दिल्ली के सहप्रभारी तरुण चुघ ने आज 3 जुलाई 2020 को होशियारपुर में पत्रकारवार्ता में व्यक्त किए। इस मौके पर उनके साथ भाजपा किसान मोर्चा पंजाब महामंत्री बलविंदर सिंह भी उपस्थित थे।

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भाजपा राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ ने होशियारपुर में पत्रकारवार्ता में दी किसान सशक्तिकरण बिल संबंधी जानकारी

उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा इस बिल को किसान विरोधी बिल बताया जा रहा है, जबकि वे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को चैलेंज देते हैं कि वह इन्हें लेकर किसी भी स्तर पर बहस के लिए तैयार हैं। क्योंकि, इन बिलों में एक भी शब्द किसानों के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह बिल किसानों को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की लंबे समय से यह मांग चली आ रही थी कि वे अपने उपज को देश के किसी भी कोने में बेचें तथा बिना किसी बिचौलिये के अपनी फसल को बेच सकें। इसके साथ ही किसानों की जमीन की निलामी पर भी रोक लगाी गई है। अब बैंक या साहूकार किसान की भूमि की निलामी नहीं कर पाएंगे। देश का पेट भरने वाले किसान को सैकड़ों सालों से गुलाम बनाकर रखा गया था, जिनकी जंजीरों को मोदी सरकार ने काट कर उन्हें आर्थिक और किसानी स्तर पर आजादी प्रदान की है। श्री चुघ ने कहा कि स्वामीनाथन कमिशन द्वारा की गई सिफारिशों में से एक भी सिफारिश को पिछली कांग्रेस सरकार ने लागू नहीं किया था, जबकि इस रिपोर्ट को मोदी सरकार ने लागू करने का सफल प्रयास किया है ताकि किसानों की आमदन बढ़ सके और उनकी हालत में सुधार आ सके। इसीलिए सरकार ने इस बिल का नाम किसान सशक्तिकरण रखा है।

उन्होंने एमएसपी खत्म किए जाने संबंधी उठ रही बातों पर विराम लगाते हुए कहा कि एमएसपी रहेगी और इसे किसी भी हालत में खत्म नहीं किया जाएगा। श्री चुघ ने कहा कि कैप्टन सरकार किसानों का ध्यान भटका रही है ताकि किसान उनके द्वारा किए वायदे, जिसमें उन्होंने किसानों के कर्ज माफी की बात कही थी के बारे में उनसे न पूछ लें। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार किसानों की दशा सुधारने का काम कर रही है तो दूसरी तरफ पंजाब की कांग्रेस सरकार व कांग्रेस की बी-पार्टी आप किसानों को गुमराह करके राजनीतिक रोटियां सेंक रही है। कैप्टन साहिब का यह कहना कि वे किसानों के लिए किसी भी बलिदान के लिए तैयार हैं संबंधी पूछे गए सवाल पर श्री चुघ ने कहा कि कैप्टन साहिब को कोई बलिदान देने की जरुरत नहीं है बल्कि वे किसानों का 90 हजार करोड़ का कर्ज माफ करके किसानों को राहत पहुंचाएं। कांग्रेस के विरोध का कारण उसके द्वारा किसानों का कर्ज माफ न कर पाना है, क्योंकि इन्होंने अपने चुनाव घोषणा पत्र में किसानों से वायदा किया थे, जिसे वे पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे किसानों को गुमराह करके मुद्दे से भटका रही है।

उन्होंने बताया कि किसानी में निजी निवेश को बढ़ाने के लिए भी प्रावधान किया गया है तथा इसमें भी जमीन सदैव किसान की रहेगी व उस पर कोई कब्जा नहीं कर सकता। उन्होंने बताया कि जैसे इंडस्ट्री किसी वस्तु का उत्पादन करती है उसी प्रकार किसानों की उपज को भी उत्पादन में लिया गया है और देश में किसी भी हिस्से में बेचने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि खुद को किसानों की हितैषी बताने वाली कांग्रेस व इसकी बीच-पार्टी ने एक भी काम किसानों के हित में नहीं किया है, इसलिए इन्हें इन बिलों से तकलीफ हो रही है। उन्होंने किसानों और किसान जत्थेबंदियों से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आएं और इन बिलों के बारे में पूरी तरह से जागरुक होकर इसका लाभ लें व अपनी आर्थिकता को और मजबूत बनाएं।

इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला भाजपा अध्यक्ष निपुण शर्मा, पूर्व मेयर शिव सूद, पूर्व अधयक्ष विजय पठानिया, जगतार सैनी, आर.पी धीर, मीनू सेठी, सतीश बावा, सुरेश भाटिया, विजय सूद, अश्वनी गैंद, अश्वनी कुमार विग, रणजीत सिंह राणा, दर्पण गुप्ता, जिंदु सैनी, शिव कुमार काकू, राजा सैनी, कुलविंदर बब्बू, विपुल वालिया, दीक्षांत ठाकुर आदि भी उपस्थित रहे।

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