तलवाड़ा (द स्टैलर न्यूज़)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ टांडा नगर की तरफ से 19 नवंबर दिन वीरवार को एक सहभोज का कार्यक्रम रखा गया। जिसके तहत 20 नवंबर को सुबह 7:30 बजे सहभोज कार्यक्रम शुरू हो गया। यह कार्यक्रम हमेशा की तरह स्थानीय महांदेव मंदिर के लक्ष्मी नारायण हाल में आयोजित हुआ। इस दौरान संघ की बैठक शुरू हुई तथा बैठक दौरान बैठक हाल से पार्किंग तक की व्यवस्था मंदिर कमेटी के दिशानिर्देशामुसार की सही ढंग से की गई थी, लेकिन बैठक शुरू हुए अभी कुछ ही समय हुआ था कि मंदिर में व्यक्ति की तरफ से बैठक हाल में आकर परिसर में खड़ी गाडिय़ों को हटाने के लिए कहा गया जिसके चलते बैठक में मौजूद 26 कार्यकर्ता अपनी-अपनी गाडिय़ा हटाने के लिए चले गए। लेकिन फिर व्यक्ति रूखा रवैया अपनाते हुए हाल में आया और गाड़ी का नंबर बोलते हुए गाड़ी हटाने के लिए कहने लगा। जब कार्यकर्ता गाड़ी हटाने के लिए बाहर गए तो उक्त व्यक्ति ने उनसे गाली गलोच करना शुरू कर दिया, और इसी दौरान शोर की आवाज सुनकर बाकी कार्यकर्ता भी बाहर आए और व्यक्ति को समझाने लगे कि केवल उनकी बैठक की समाप्ति होने वाली है तथा 10 मिनट के बाद सारा परिसर खाली हो जाएगा। अगर फिर भी कोई मुश्किल है तो वह बैठक के बाद बात कर लेंगे।
इसके बाद सभी कार्यकर्ता बैठक के लिए अंदर आ गए और मंत्रोच्चारण करने लगे इतने में ही उक्त व्यक्ति अपने 5-6 साथियों को साथ लेकर नशे की हालत में मंदिर की मर्यादा भंग करते हुए चप्पल पहनकर तथा तेजधार हथियार लेकर मंदिर के अंदर दाखिल हुआ और कुछ कार्यकर्ताओं के नाम लेकर अश्लील गालियां निकालने लगा। इसी दौरान कार्यकर्ताओं ने उसे समझाया कि इस प्रकार झगड़ा-लड़ाई न करे लेकिन देखते ही देखते उक्त व्यक्ति ने साथियों सहित संघ के एक कार्यकर्ता रणजीत को घेर लिया और उसके सिर पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। जिसे बचाने के लिए बाकी कार्यकर्ता आए और उन्होंने मुश्किल से हमलावरों से हथियार छीनकर कार्यकर्ता को बचाया और उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया।
इसके बाद एक कार्यकर्ता ने अपनी सूझबूझ से पुलिस को फोन कर घटना संबंधी जानकारी दी और मौके पर पहुंचने की अपील की। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस पार्टी को देखकर आरोपी फरार हो गए और पुलिस द्वारा भी आरोपियों का पक्ष लिया जा रहा था और कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद आरोपियों पर कोई कार्रवाई न होने के चलते संघ कार्यकर्ताओं ने गत रात्रि करीब 11 बजे अस्पताल में प्रशासन के खिलाफ धरना लगा दिया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। इसके बाद अस्पताल पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है।