होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। इंटरनैशनल नैच्यूरलपैथी आर्गेनाइजेशन की कार्यकारिणी कमेटी की बैठक भारत विकास परिषद के हाल जालंधर में प्रदेशाध्यक्ष विनित शर्मा की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक के दौरान आर्गेनाइजेशन द्वारा नैच्यूरलपैथी का आगे कैसे प्रसार करना इसके बारे में विचार विमर्श किया गया। इस दौरान डा. विनोद कश्यप महासचिव आल इंडिया, डा. प्रवीन सूरी, अमनदीप सिंह, सुरिंदर सिंह, निशा भारती सिंह, स्वामी दिनेश ब्रह्मचारी ने
संबोधित करते हुए नैच्यूरलपैथी के विस्तारपूर्वक चर्चा की। इस मौके पर इंटरनैशनल नैच्यूरलपैथी आर्गेनाइजेशन के पैट्रन व धनवंतरी वैद्य मंडल पंजाब के अध्यक्ष वैद्य सुमन सूद ने संबोधित करते हुए कहा कि वह पहले काफी समय से आर्युवेद का प्रचार कर रहे थे इसके साथ साथ नैच्यूलरपैथी का भी अब प्रसार शुरू कर दिया है। जंत्र,मंत्र,तंत्र पर जैसे आर्युेवेद विश्वास रखता है उसी तरह नैच्यूरलपैथी में मंत्रों से उपचार किया जा सकता है, जैसे पानी से चिकित्सा, दुध से चिकित्सा, तेलों से चिकित्सा, मिट्टी से चिकित्सा, धूप से चिकित्सा हो सकती है। इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं होता। इस दौरान डा. जी.एस. विर्क नैच्यूरपैथी के स्पैशलिस्ट है उन्होंने जो मरीज ठीक हुए उनको दिखाते हुए इसको अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके डा. सरबजीत सिंह मानकू ने भी संबोधन करते हुए नैच्यूरलपैथी को किस तरह जीवन में अपनाना चाहिए इसके बारे में
विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर वरिंदर कुमार, डा. भंडारी,नवजोत पुरी, हरपाल सिंह, जनक राज आदि ने भी इस बैठक में भाग लिया। अंत में वैद्य सुमन कुमार ने चार नैच्यूरलपैथी स्पैशलिस्ट को सम्मानित किया।