पंजाब सरकार स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में पहला स्थान कायम रखने के लिए वचनबद्ध: सिंगला

संगरूर /चंडीगढ़: (द स्टैलर न्यूज़) पंजाब स्कूल शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने आज कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के दूरअन्देशी नेतृत्व अधीन स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रशिक्षण और मार्गदर्शन के मकसद से राज्य के प्रमुख अदारों के साथ अपना तालमेल मज़बूत करने का फ़ैसला किया है जिससे शैक्षिक, खेल और स्कालरशिप के क्षेत्र में भी विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। कैबिनेट मंत्री सिंगला आज यहाँ इंडियन स्कूल आफ बिजऩेस (आईएसबी), मोहाली की तरफ से सरकारी स्कूल अध्यापक के आधुनिक प्रशिक्षण सम्बन्धी वर्चुअल लांच प्रोग्राम में सम्मिलन करने के लिए जि़ला प्रशासनिक कंपलैक्स संगरूर में पहुँचे हुए थे। सिंगला ने वर्चुअल प्रोग्राम के दौरान नये भर्ती किये 2,527 अध्यापकों को नियुक्ति पत्र बाँटने की शुरुआत की। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार की तरफ से किये गए सुधारों और प्रयासो स्वरूप पंजाब पूरे देश में से स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन गया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार और अध्यापक, अधिकारी और शिक्षा विभाग का अन्य स्टाफ आने वाले सालों में भी पहले स्थान को बरकरार रखने के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि कोविड -19 के मुश्किल समय के दौरान बहुत सी मुश्किलों के बावजूद अध्यापकों ने विद्यार्थियों के लिए आनलाइन शिक्षा को यकीनी बनाया है।

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प्रोग्राम के दौरान श्री विजय इंदर सिंगला ने आईएसबी मोहाली का धन्यवाद करते हुये कहा कि यह शिक्षा विभाग के लिए गर्व वाली बात है कि देश की एक प्रमुख संस्था ने प्रिंसिपल और सरकारी स्कूल मुखियों को पेशेवर प्रशिक्षण मुहैया करवाने के लिए अपनी सहायता दी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग इस प्रोग्राम को राज्य के सभी अध्यापकों के लिए शुरू करेगा क्योंकि यह उनकी योग्यताओं और अध्यापन के हुनर में विस्तार करेगा।सिंगला ने बताया कि भारतीय इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक पालिसी (बीआईपीपी) ने स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से पंजाब लोक सेवा कमिशन (पीपीऐससी) के द्वारा सीधे तौर पर भर्ती सरकारी हाई स्कूलों के हैड्डमास्टरों के लिए ‘नेतृत्व और प्रेरणा’ विषय पर कई प्रशिक्षण वर्कशापें आयोजित की। उन्होंने आगे कहा कि यह वर्कशापें बी.आई.पी.पी. की तरफ से विभाग के साथ मिल कर शुरू किये एक बहुत बड़े प्रोजैक्ट ‘पंजाब में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना’ का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब इस किस्म के प्रशिक्षण बड़े स्तर पर योजनाबद्ध किये गये है और राष्ट्रीय मिडल स्कूल अभ्यान (रमसा) के अधीन 317 समेत कुल 152 प्रिंसिपल, 672 मुख्य अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस पहल को अगले स्तर तक ले जाने के लिए विभाग ने एक आनलाइन प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किया है जो कि राज्य भर के 10,000 से अधिक स्कूल मुखियों, प्रिंसिपलों, लैक्चररों, बीपीईओज़, सी.एच.टी. और एच.टीज़ तक पहुँच के लिए उपलब्ध होगा। इन मॉड्यूलों की और ज्यादा पहुँच होने के साथ साथ यह महामारी की स्थिति के दौरान और ज्यादा मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि इसका मूल लक्ष्य स्कूल प्रिंसिपल के सामथ्र्य को बढ़ाना है जिससे वह अलग अलग भाईवालों के साथ जुड़ कर स्कूलों में एक मानक शिक्षा का माहौल सृजन कर सकें।नये भर्ती हुए अध्यापकों को बधाई देते हुये स्कूल शिक्षा मंत्री ने उनको एक मज़बूत राष्ट्र के निर्माण के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने सम्बन्धी अपनी ड्यूटी तनदेही के साथ निभाने के लिए कहा। उन्होंने आगे कहा कि अध्यापकों को पारदर्शी प्रशासनिक प्रणाली प्रदान करने के लिए कांग्रेस सरकार ने आनलाइन अध्यापक तबादला नीति लागू की है, जिसके अंतर्गत पूरी तरह अध्यापक की कारगुज़ारी के आधार पर तबादले किये जाते हैं।

इस मौके पर मुख्य सचिव, पंजाब श्रीमती विनी महाजन ने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूल शिक्षा के मानक को बेहतर बनाने के लिए कई नये प्रयास किये हैं जिससे ग्रामीण विद्यार्थियों को पेशेवर हुनर देने के लिए एक मंच मुहैया करवाने में सहायता मिली है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में तबदील करने के लिए विद्यार्थियों को स्मार्टफोनों के इलावा स्कूलों में एल.ई.डीज़ और टैबलेटज़ की उपलब्धता को यकीनी बनाया है। उन्होंने अध्यापकों के योगदान की सराहना करते हुये कहा कि अध्यापक भाईचारे ने स्मार्ट स्कूल मुहिम में सक्रियता से हिस्सा लिया है जिसके नतीजे के तौर पर स्कूल शिक्षा के सभी क्षेत्रों में सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं।प्रोग्राम के दौरान सचिव स्कूल शिक्षा क्रष्ण कुमार ने कहा कि इन-सर्विस ट्रेनिंग का वास्तविक लक्ष्य स्कूल प्रिंसिपल के सामथ्र्य को बढ़ाना है जिससे वह अलग-अलग भाईवालों के साथ जुड़ कर स्कूलों में एक बेहतर शिक्षा प्रणाली का माहौल सृजन कर सकें। इस मौके पर डिप्टी कमिशनर संगरूर रामवीर, कांग्रेस नेता दामन थिंद बाजवा, ए.डी.सी. अनमोल सिंह धालीवाल, डी.ई.ओ. मलकीत सिंह खोसा, प्रधान कानूनी सैल पी.पी.सी.सी. गुरतेज सिंह ग्रेवाल, चेयरमैन सुधार ट्रस्ट नरेश गाबा, जि़ला प्रधान यूथ कांग्रेस गोबिन्दर सिंह के अलावा और कई प्रमुख शख़्सियतें उपस्थित थी।

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