कैप्टन सरकार की तरफ से किसानों की कर्जा माफी के लिए जारी 590 करोड रुपए की रकम ऊंट के मुंह में जीरा से भी कम : तीक्ष्ण सूद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। 2017 के विधान सभा चुनावों के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के सभी प्रकार के कर्जे माफ करने की घोषणा की थी। इसके लिए स्थान-स्थान पर गांवों में बूथ लगाकर फार्म भी भरवाए गए थे। सरकार बनने पर इस कर्जे की रकम 90000 करोड रुपए आंकी  गई, परंतु सरकार ने अभी तक  4 1/2 केवल 4624  करोड रुपए ही ऋण माफी के एवज में किसानों को राहत के रूप में जारी किए हैं। इस साल के बजट में भी बाकी कर्जा माफ करने की घोषणा की गई है, परंतु नतीजा नदारद  ही रहा। कांग्रेसियों ने 2017 में नारा लगाया था “कर्जा कुर्की  खत्म फसल की पूरी रकम” फसलों की पूरी रकम मोदी सरकार द्वारा किसानों के  खातों में सीधे पैसे डाल कर देनी शुरू कर दी गई है, परंतु किसानों के  कैप्टन सरकार द्वारा कर्जा कुर्की खत्म नहीं हुई।

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इसलिए कांग्रेसी किसान आंदोलन को गलत दिशा देकर अपनी असफलताओं की तरफ से किसानों  का मुंह दूसरी तरफ मोड़ना  चाहते हैं। श्री सूद द्वारा जारी बयान में आगे  कहा गया है कि जो 590 करोड रुपए सरकार द्वारा ऋण  माफी के नाम पर गत दिनों जारी किए गए हैं  वह ऊंट के मुंह में जीरे से भी कम है उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार किसानों का ध्यान इधर-उधर भटकाने की बजाए अपने किसानों से किये गए  वादे के अनुसार  कर्जा माफ करे  जो कि 90000 करोड़ रुपए से ऊपर बनता है तथा अपने दूसरे वादे के अनुसार सभी फसलों पर एम.एस.पी भी दिलवाये। 

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