होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गली में फुटबाल व क्रिकेट खेलने से मना करने एवं बुजुर्गों का ध्यान रखने की नसीहत देनी आज तक चैनल के पत्रकार को महंगा पड़ गया तथा इस बात से नाराज कथित तौर पर आवारा किस्म के युवाओं ने उन पर घर में घुसकर हमला करके उन्हें और उनके बेटों को गंभीर रुप से घायल कर दिया। भगवान का शुक्र रहा कि उनके घर में बैठे बुजुर्गों एवं उनकी पत्नी को कोई चोट नहीं आई। लेकिन, उन्हें और उनके बेटे गंभीर रुप से घायल हो गए। घायल अवस्था में उन्हें सिविल अस्पताल लाया गया, जहां पर उनके छोटे बेटे की हालत गंभीर बनी हुई थी।
जानकारी देते हुए पत्रकार सुनील लाखा ने बताया कि उनकी गली में कुछ आवारा किस्म के युवक हैं जोकि उम्र में काफी बड़े हैं तथा वह गली में कभी फुटबाल तो कभी क्रिकेट आदि खेलते हैं। उन्होंने कहा कि उनके घर के बुजुर्ग कई बाद बरामदे आदि में बैठे होते हैं तो बाल उन्हें आकर लग चुकी है, जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने इस बाबत युवाओं को कई बार समझाया तथा हाल ही में उन्होंने पुलिस को भी इस बारे में सूचित किया कि बच्चे 5-10 साल के खेलते हों तो उन्हें कोई हर्ज नहीं है, लेकिन बच्चे बहुत बड़े होने के कारण काफी समस्या है। जिसके बाद पुलिस ने गली में आकर उन्हें समझाया भी था। उन्होंने बताया कि पता चला है कि आज वह एसएसपी को उनके खिलाफ शिकायत देकर आए थे कि उन्हें गली में खेलने से रोका जा रहा है तथा जब वह शाम के समय घर पहुंचे तो गली के लड़के जोर-जोर से चिल्लाने लगे तथा कहने लगे कि वह एसएसपी को शिकायत देकर आए हैं और उन्होंने कहा कि है आप जैसे मर्जी खेलो आपको कोई नहीं रोक सकता। इसके बाद उन्होंने उन्हें गालियां निकालनी शुरु कर दी।
गालियां सुनने के बाद उनका छोटा बेटा उनसे बात करने गया कि आप पापा को गालियां क्यों निकाल रहे हैं। इसके बाद उक्त लड़कों ने उन पर सुनियोजित योजना के तहत हमला कर दिया। बेटे को बचाने जब वह आगे बढ़े तो उन पर भी लड़कों ने हमला कर दिया। इसी दौरान उनका बड़ा बेटा भी काम से घर आ गया तथा हमलावरों ने उसे भी घेर लिया और उस पर हमला कर दिया। बचाव के लिए वह घर के भीतर भागे, लेकिन हमलावरों ने घर में घुसकर उन्हें लाठी, डंडों एवं विकेट आदि से हमलाकर घायल कर दिया। लाखा ने बताया कि हमलावरों की संख्या 15-20 के करीब थी और उसमें महिलाएं भी शामिल थीं तथा सभी हमलावरों को वह पहचानते हैं। उन्होंने बताया कि हमलावरों की संख्या इतनी थी कि उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि वह हमला कर किस पर रहे हैं तथा इसी दौरान उन्होंने अपनी ही एक महिला साथी पर किसी हथियार से हमला कर उसे भी घायल कर दिया। जिसे भी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल लाखा व उनके बेटों को सिविल अस्पताल भर्ती करवाया। जहां पर लाखा व उनके बड़े बेटे की हालत स्थिर तथा छोटे बेटे दीपक की हालत गंभीर बनी हुई थी। इसी बीच सूचना मिलने पर सुनील लाखा को अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के फोन आदि आए तथा उन्होंने उनका कुशलक्षेम जाना और पुलिस को हिदायत की कि हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। वहीं इस बात की सूचना मिलने पर पत्रकार भाईचारे के लोग भी सिविल अस्पताल पहुंच गए थे तथा उन्होंने भी पुलिस के आला अधिकारियों से कार्यवाही की मांग की।