नशों के विरुद्ध जंग: पुलिस ने 7.93 लाख फार्मा ओपियोइड्स और नशीले टीके किए बरामद

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा नशों के विरुद्ध शुरु की गई जंग के दौरान पंजाब पुलिस द्वारा पिछले सप्ताह राज्य भर से फार्मा ओपियोइड्स की 7.93 लाख से अधिक नशीली गोलियाँ/कैप्सूल/टीके बरामद किए गए हैं। 7.93 लाख फार्मा ओपियोइड्स में 6.82 लाख नशीलियाँ गोलियाँ, 17169 नशीले टीके, 85442 नशीले कैप्सूल और 8648 नशीली दवा की शीशियाँ शामिल हैं। इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस सुखचैन सिंह गिल ने आज यहाँ अपने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फे्रंस को संबोधित करते हुए जानकारी दी कि फ़तेहगढ़ साहिब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक अवैध भंडारण गोदाम में छापेमारी के दौरान फार्मा ओपियोइड्स की 7 लाख से अधिक गोलियाँ/कैप्सूल/टीके ज़ब्त कर फार्मास्युटिकल ड्रग कार्टेल का पर्दाफाश करते हुए बड़ी बरामदगी की है।  

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आई.जी.पी. ने कहा कि पिछले मामले की गहराई से जाँच की गई, जिसमें पुलिस ने ब्यूप्रेनोर्फिन के 175 टीके और एविल की 175 शीशियाँ बरामद कर दो व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया था और जिससे मुख्य आपूर्तिकर्ता को पकडऩे में फ़तेहगढ़ साहिब पुलिस को मदद मिली। गौरतलब है कि डायरैक्टर जनरल ऑफ पंजाब (डी.जी.पी.) गौरव यादव ने सभी सीपीज़/एसएसपीज़ को सख़्त हिदायतें दी थीं कि वह हरेक मामले, ख़ास तौर पर नशों की बरामदगी से सम्बन्धित मामले में अगले-पिछले संबंधों की बारीकी से जाँच करें, चाहे थोड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की बरामदगी हो। नशों के बारे में साप्ताहिक अपडेट देते हुए आईजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस ने पिछले एक सप्ताह के दौरान राज्य भर में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के अधीन 389 एफआईआरज़, जिनमें 40 वाणिज्यिक नशा तस्करी से सम्बन्धित हैं, दर्ज कर 508 नशा-तस्करों/आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है। इसके अलावा पुलिस ने पिछले सप्ताह एनडीपीएस मामलों में वांछित 31 भगोड़ों और दोषियों को भी गिरफ़्तार किया है।  

पुलिस ने बड़ी मात्रा में फार्मा ओपियोइड्स बरामद करने के अलावा राज्य भर के संवेदनशील मार्गों पर नाके लगाकर और नशा प्रभावित इलाकों में घेराबन्दी और तलाशी अभियान चलाकर 8.37 किलो हेरोइन, 32.28 किलो अफ़ीम, 53.2 किलो गाँजा और 140 क्विंटल भुक्की बरामद करने के अलावा 11.73 लाख रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की है। नशा तस्करी के रुझान संबंधी बात करते हुए आईजीपी सुखचैन गिल ने कहा कि नशा-तस्करी के लिए एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाओं वाले वाहनों का प्रयोग करना गंभीर चिंता का विषय है। गौरतलब है कि मोहाली पुलिस ने रविवार को अम्बाला-चंडीगढ़ हाईवे पर गाँव दप्पर के नज़दीक स्पेशल नाकाबंदी के दौरान एंबुलेंस में पड़े फर्जी मरीज़ के सिर के नीचे रखे सिरहाने में छुपाकर रखी 8 किलो अफ़ीम बरामद कर तीन व्यक्तियों को काबू किया था। उन्होंने कहा कि इस घटना के मद्देनजऱ, सभी सीपीज़/एसएसपीज़ को असली ऐंबूलेंसों की सूची प्राप्त करने के लिए अस्पतालों और एंबुलेंस सेवाएं प्रदान करने वाली ग़ैर-सरकारी संस्थाओं के साथ बैठकें करने के लिए कहा गया है, जिससे मरीजों को सुरक्षित मार्ग मुहैया करवाया जा सके और गलत कार्यों के लिए आपातकालीन सेवा वाहनों का प्रयोग करने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजऱ रखी जा सके।  

गौरतलब है कि डीजीपी द्वारा सभी सीपीज़/एसएसपीज़ को सभी नामी नशा-तस्करों को काबू करने और अपने अधिकार क्षेत्रों में नशा-तस्करी वाले संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर नशा-तस्करों पर नकेल कसने और नशा बेचने/तस्करी करने वाले सभी व्यक्तियों को काबू करने के लिए तलाशी अभियान शुरू करने के सख़्त आदेश दिए गए हैं। उन्होंने पुलिस प्रमुखों को यह भी हिदायत की कि पकड़े गए सभी नशा-तस्करों की संपत्ति ज़ब्त की जाए, जिससे उनसे अवैध रूप से कमाई गई राशि बरामद की जा सके।

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