नारी सुधार गृह में कराया जाता है जिस्मफरोशी का धंधा ?

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गुजरात (दमोह): अनाथ या फिर गलत संगत में पड़ कर मामूली अपराध में संलिप्त लड़कियों या महिलाओं को कानूनन महिला सुधार गृह या नारी निकेतन भेजा जाता है ताकि उसे वहां सुधारा जा सके। लेकिन, जब इसी सुधार गृह या निकेतन में उसे जब गर्त में धकेला जाए तो उसे क्या कहा जा सकता है। लेकिन, सूबे के सतना के नारी निकेतन की कड़वी सच्चाई आपको झकझोर देगी।

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दरअसल, दमोह की पुलिस कोतवाली पहुंची दो लड़की रूचि और अंजू ने जब अपनी आपबीती सुनाई तो वहां मौजूद सब सहम गए, लेकिन पुलिस के साथ उन तमाम लोगों को इस बात का सुकून जरूर है की यह लड़कियां बिकने से बच गईं। दोनों सतना के नारी निकेतन से रात के अंधेरे में भाग कर जबलपुर होते हुए दमोह पहुंची हैं और अब प्रशासन से न्याय की मांग कर रही है।

पिछले 20 जून को दमोह जिले के पटेरा थाने के एक गांव से लापता हुई लड़की रूचि को बरामद किया गया। जिसके बाद एसडीएम कोर्ट ने ये आदेश दिया की लड़की को परिवार वालों से दूर सतना के नारी निकेतन भेजा जाए, तब से रूचि वहीँ थी। लेकिन, पहले ही दिन से नारी निकेतन में जो हो रहा था, वो बेहद चिंताजनक है। रूचि का आरोप है कि सतना के नारी निकेतन में पहुंचने वाली लड़कियों को यहां की वार्डन और स्टॉफ जिस्मफरोशी का धंधा करने के लिए मजबूर करने के अलावा उसे बेचने के लिए उनका सौदा भी करते हैं।

रूचि ने बताया कि सतना के सिंधी कॉलोनी के लड़के यहां अक्सर आते हैं। उसके साथ भी यही कोशिश की गई। बीते बुधवार को नारी निकेतन की अधीक्षका के पास दो लोग आये और रूचि और उसके साथ रहने वाली अंजू की शादी की बात करने लगे, लेकिन ये सब उसने (रूचि ने) सुन लिया और उसके बाद दोनों ने यहां से भागने का प्लान बनाया। शुक्रवार की रात वो अपने प्लान में सफल भी हो गई।

सतना के नारीनिकेतन से भाग कर ये दोनों लड़कियां जबलपुर पहुंची और पहले जबलपुर जीआरपी थाने और फिर नजदीकी पुलिस थाने गई, लेकिन वहां उनकी किसी ने नहीं सुनी और आखिरकार वो अपने परिवार के संपर्क में आई और फिर दमोह पुलिस की पनाह में पहुंच गई।

रूचि के साथ भागकर आई अंजू की कहानी बेहद दिल दहला देने वाली है। अंजू सतना के नारी निकेतन में पिछले एक साल से ज्यादा समय से रह रही है। दुनिया में अंजू का कोई नहीं, यानी अनाथ है और पहले वो भोपाल में थी। फिर उसे सतना के नारी निकेतन में भेज दिया गया, लेकिन यहां उसकी जिंदगी जैसे बीत रही थी, वो याद कर सहम जाती है। जिस दिन उसे सतना लाया गया उसी दिन से नारी निकेतन की वार्डन उस पर शादी का दवाब बना रही थी।

निकेतन की वार्डन ने उसे कई दफा सताया। इसके अलावा यहीं काम करने वाली महिला चौकीदार के नाम से एक गोदनामा भी बनवाया और उस आड़ में वो अंजू को पहले महिला चौकीदार के हवाले करने के बाद उसे बेच कर शादी कराना चाहती थी। बीते साल भर में इस अनाथ लड़की ने यहां जो देखा और सुना वो हैरान करने वाला है। अंजू के मुताबिक, यहां सुधारने के लिए भेजी जाने वाली कई लड़कियां गायब है और उन्हें बेचा गया है। भले ही लड़कियों को यहां कोर्ट के आदेश पर सुधरने के लिए भेजा गया हो, लेकिन इस बार इन्होंने न सिर्फ दिलेरी दिखाई, बल्कि नारी निकेतन की हकीकत दुनिया के सामने लाने की ठानी और अब यहां की सारी सच्चाई वो बयां भी कर रही है।

दमोह पुलिस के पास पहुंची इन दोनों लड़कियों की खबर इलाके के पुलिस अधिकारियों को मिली तो आलाधिकारी हरकत में आये और खुद प्रभारी एसपी और जिले के एडिशनल एसपी ने सतना पुलिस से संपर्क किया गया। सतना पुलिस ने नारी निकेतन की वार्डन अर्चना श्रीवास्तव और अधीक्षका स्नेहलता श्रीवास्तव को दमोह भेजा, हालांकि नारी निकेतन से दोनों लड़कियों के गायब होने की रिपोर्ट वार्डन ने सतना पुलिस में दर्ज करायी है।

दमोह पहुंची अधीक्षका स्नेहलता श्रीवास्तव कहती हैं की लड़कियां उनपर मनगढ़ंत आरोप लगा रही है, जबकि दोनों लड़कियां पुलिस के सामने खुलकर वार्डन और स्टाफ पर आरोप लगा रही है की उन्हें प्रताड़ित करने के साथ बेचने जैसे कृत्य किये जा रहे थे. लेकिन अधीक्षका सभी आरोप को नकार रही है।

दो लड़कियों के इस तरह से नारी निकेतन से भागने की वारदात ने कई सवाल खड़े किये है। जिसमें से एक सवाल लड़कियों की सुरक्षा को लेकर भी है। इस बात को खुद अधीक्षका भी स्वीकार की हैं। वो कहती है कि., सुरक्षा के लिए कुछ भी नहीं है और महज एक कमरे में पंद्रह लड़कियां रहती है, जिन्हे अक्सर ताले में बंद रखा जाता है।

दमोह पुलिस के पास पहुंची इन दोनों लड़कियों को लेकर एक ओर जहां दिन भर पुलिस प्रशासन सक्रीय रहा, वहीं देर रात एसडीएम कोर्ट ने एक बार फिर आदेश जारी किया कि रूचि को उसके मां बाप को सौंप दिया जाए, जबकि अनाथ अंजू को अब सतना की जगह ग्वालियर के नारी निकेतन भेजा जाए, जिसे लेकर अब दमोह पुलिस ग्वालियर जायेगी। वहीं, पुलिस को जो शिकायत लड़कियों ने दी है उस पर पुलिस जांच कर रही है।

बहरहाल, इस सनसनीखेज खुलासे के बाद सूबे के सरकारी नारी निकेतनों की असलियत सामने आई है की यहां क्या चल रहा है। दोनों पीड़ित लड़कियां दोषियों को सजा की मांग कर रही हैं, वहीँ इस मामले में शासन और प्रशासन क्या कदम उठाएगी ये देखना अहम होगा। एजेंसी

courtesy:- teznews

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