होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मानवता मंदिर में दयाल कमल जी महाराज की अध्यक्षता में 54वां वार्षिक बैसाखी महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर महाराज जी ने परमदयाल पं. फकीर चंद जी महाराज की शिक्षा पर आधारित प्रवचनों की अमृत वर्षा की। उन्होंने अपने सत्संग में देश-विदेश से आए सत्संगी भाई-बहनों से कहा कि आजकल मानवता को भूला कर इन्सान स्वार्थी बन रहा है तथा मन के आदेश को मानने से अशांति की ओर अग्रसर हो रहा है। इस शरीर में आने का तात्पर्य यह है कि आवागवन से छुटकारा पा सकें। इसके लिए हमें मनुष्य बनो का सिद्धांत अपनाना पड़ेगा तभी ईश्वर प्राप्ति की ओर बढ़ सकते हैं। आचार्या (डा.) कमला देवी ने अपने प्रवचनों में कहा कि जब तक सत्संग को सुनकर जीवन में न उतारा जाये तब तक हम इसके लाभ के अधिकारी नहीं बन सकते। कैप्टन लालचंद जी महाराज ने
परमदयाल जी महाराज के साथ अपने अनुभवों को बांटते हुए आह्वान किया कि हमें भगवान का सिमरन चलते-फिरते, सोते-जागते करते रहना चाहिए, ताकि हमारा जीवन सफल हो सके। बाबा भूपिंदर सिंह जी(पटिाला वाले) अपने प्रवचनों में कहा कि अपने विचारों में न बसना ही निर्वाण है। आचार्य कुलदीप शर्मा जी ने अपने प्रवचनों में कहा कि प्रभु तो हमारे अंग-अंग ही रहते हैं, वे कहीं नहीं जाते। अगर विश्वास नहीं है तो हमें कुछ नहीं मिलता। इस अवसर पर आचार्य अरविन्द पराशर भई उपस्थित थे। ट्रस्ट प्रधान श्री ब्रह्मशंकर जिम्पा ने मानवता मंगिर की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी तथा मंदिर में चल रही गतिविधियों से संगत को अवगत करवाया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मंदिर के विकास व सुधार के लिए संगत हमें सुझाव देते रहें ताकि हम परमदयाल जी महाराज जी शिक्षा का प्रसार करते रहें। उन्होंने ट्रस्ट सचिव राणा रणबीर सिंह की अथक योगदान के लिए धन्यवाद किया। इस दौरान विधायक सुन्दर शाम अरोड़ा ने विशेष तौर से पहुंच कर संतमहापुरुषों से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मंदिर के ट्रस्टीगण सरवण सिंह, रंजीत कुमार शर्मा, सुच्चा सिंह, आचार्य अरविंद पराशर, पवन मल्हन, फकीर प्रसाद डोगरा, विजय डोगरा, विपन जैन, राजेश्वर बब्बी आदि उपस्थित थे न श्री जिम्पा जी ने इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए इन सबके योगदान की विशेष प्रशंसा की।