दातारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। देशभक्ति की भावना से भरी हुई, हमेशा क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा दोहरायी जाने वाली इन पंक्तियों के रचयिता, राम प्रसाद बिस्मिल, उन महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे जो देश की आजादी के लिये अंग्रेजी शासन से संघर्ष करते हुये शहीद हो गए। आज इस महान देशभक्त को दातारपुर में श्रद्धांजलि भेंट करते हुए भाजपा जिला महामंत्री सतपाल शास्त्री ने कहा ये एक महान लेखक व कवि थे। इन्होंने वीर रस से भरी हुई, लोगों के हृदय को जोश से भर देने वाली अनेक कविताएं लिखी। इन्होंने अनेक भावविहल कर देने वाली गद्य रचनाएं भी लिखी। इनकी क्रांतिकारी गतिविधियों के कारण सरकार द्वारा इन पर मुकदमा चलाकर फाँसी की सजा दे दी गयी थी।
शास्त्री ने कहा इन्होंने अपने देश को गुलामी की बेडिय़ों से मुक्त कराने के लिये अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया। उन्होंने बताया उनका पूरा नाम राम प्रसाद बिस्मिल और उपनाम ‘राम’, ‘बिस्मिल’, ‘अज्ञात’ उनका जन्म11 जून 1897 को शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश, में हुआ था। शास्त्री ने कहा इन्हीं बलिदानी देशभक्तों के अथक प्रयासों से ही आज हम स्वतंत्र, संप्रभुता संपन्न राष्ट्र के नागरिक हैं आज हमारा अपना संविधान हैं अपना शासन है। उन्होंने आज इस महान देशभक्त को शत शत नमन करते हुए श्रद्दांजलि भेंट की। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कैप्टन रविंद्र शर्मा, प्रेमकुमार, बलराम सिंह, राजिंदर कुमार, उपस्थित थे।