होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद के कार्यालय से जारी प्रेस नोट में सरकार द्वारा 6वें पे कमीशन की सिफारिशों को लागू करने के लिए नित्य नई उलझने डालने के लिए सरकार की कड़ी निंदा की गई। श्री सूद ने कहा कि पे कमीशन तुरंत लागू करने के साथ-साथ नई भर्ती तथा कच्चों को पक्का करने के कर्मचारियों को लुभावने वादे देकर पंजाब में कैप्टन सरकार बनी थी। साडे 4 साल तक तो पे कमीशन लागू नहीं किया गया। अब लागू करने की बात कही है तो वह भी कर्मचारियों की मांगे बगैर सूने तथा बगैर उनकी मांगों की तरफ ध्यान दिए। उन्होंने कहा कि देखने को तो केंद्र द्वारा जारी कर्मचारी हितैषी पे कमिशन की रिपोर्ट को स्वीकार करने का दिखावा किया गया, परंतु सभी वर्गों के कर्मचारियों को ऐसे पेच में फंसा दिया है कि हिसाब-किताब करने के बाद उन्हें यह जानकर निराशा होती है कि अब तक इस पे कमीशन से कोई लाभ नहीं मिल रहा।
सरकार को सभी वर्गों के कर्मचारियों की मांगे तुरंत मानकर जारी की गई रिपोर्ट में संशोधन करना चाहिए ना कि और कमेटियां बनाकर और उलझने डालनी चाहिए। श्री सूद ने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार के समय 5वें पे कमिशन की रिपोर्ट को कर्मचारियों ने स्वीकार नहीं किया। इसलिए सरकार ने रिपोर्ट लागू करने की बजाय उनकी अध्यक्षता में सब कमेटी को फैसले लेने के पूरे अधिकार सौंप दिए थे तथा उन्होंने हर कैडर के कर्मचारियों को बुलाकर उनकी मांगों को परवान करवाया था व पे कमिशन की रिपोर्ट को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया था। श्री सूद ने कहा कि रिपोर्ट लागू करने के बाद कैबिनेट सब कमेटी बनाकर सरकार ने कर्मचारियों के साथ भद्दा मजाक किया है जिसमें मामला और उलझेगा।