किसानों के कर्ज माफी के मुद्दे पर केंद्र को पत्र लिखकर कांग्रेस सरकार अपने पापों पर पर्दा डालने की कोशिश में: तीक्ष्ण सूद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में 2017 के चुनावों से पूर्व किसानों का हर प्रकार का कर्जा माफ करने की घोषणा की थी तथा घर-घर जाकर कर्ज माफी के लिए आवेदन पत्र भी  लिखवाये थे। इस कर्जे की कुल रकम 2017 में 90 हजार करोड थी। किसानों ने कांग्रेसी वायदों के जाल में फंस कर कर्जे  वापस करने  बंद कर दिए। जिससे अब  कुल कर्जों  की रकम सवा लाख करोड़ तक पहुंच चुकी है। भाजपा ने शुरू से ही कांग्रेस को सरकार बनाने के उपरांत किसानो का साथ दिया। कर्जा माफी का वादा पूरा करने के लिए  जोर डाला है। परंतु मात्र 5000 करोड़  के करीब ही कर्जा माफी की गई है।

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कर्जे की बढ़ी हुई रकम  ना  उतारने के कारण बहुत से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। गत दिवस मुख्यमंत्री चन्नी  द्वारा कर्ज माफी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घसीटने  का हास्य पद प्रयास किया गया। जिससे स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार किसानों के कर्जा  माफी के मुद्दे को अदल बदल में डालकर अपने पापों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा, विजय पठानिया, विनोद परमार, मीनू सेठी, सुरेश भाटिया बिट्टू, अश्वनी गैंद, रमेश ठाकुर मेशी, पाल सिंह, यशपाल शर्मा, सुखवीर सिंह, मोहिंदर पाल सैनी ( राजा) ने कहा कि कांग्रेस केवल किसान हितैषी होने का ड्रामा रच रही है जबकि वास्तविकता इसके बिल्कुल उल्ट है। उन्होंने कहा कि चन्नी  सरकार किसानों का कुल बकाया कर्जा माफ करके अपना वायदा पूरा करें। 

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