कब संतों की कृपा आप पर हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता: साध्वी सुश्री भुवनेश्वरी देवी

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट:राकेश भार्गव। सतगुरु सेवा ट्रस्ट द्वारा होशियारपुर सिटी सैंटर नजदीक पुलिस लाइन होशियारपुर में करवाए जा रहे धार्मिक कार्यक्रम ‘पांच शाम कन्हैया के नाम’ की चतुर्थ शाम का शुभारंभ भारत सरकार के पूर्व मंत्री विजय सांपला तथा डीएवी कालेज मैनेजमेंट कमेटी के मुख्य डा.अनूप ने विधिवत ज्योति प्रज्वलित कर किया। सनातन धर्म की ध्वजा वाहक परम श्रद्धेय स्वामी भुवनेश्वरी देवी जी वटौत, कटड़ा, होशियारपुर वालों ने सत्संग के प्रारंभ में हरे रामा हरे रामा राम राम हरे हरे… की धुन लगाकर वातावरण को भक्तिमय कर दिया। कथा को आगे बढ़ाते हुए देवी जी ने कहा कि हम सभी पर भगवान की अनंताअनंत कृपा बरस रही है, जो यह सत्संग रूपी दिव्य प्रसाद हमें मिल रहा है।

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पूज्या महाराज जी ने सिकंदर और महात्मा बुद्ध की कथाओं का वर्णन करते हुए कहा कि सिकंदर ने दुनिया जीती पर मन से हार गया पर महात्मा बुद्ध ने मन जीता और दुनिया दिल से जीत ली। उन्होंने भारत की महानता का वर्णन करते हुए कहा कि जब सिकंदर विश्व फतेह का इरादा लेकर अलग-अलग देशों को जीतता हुआ भारत आ रहा था तो अपने मुर्शद से मिला और पूछा कि भारत की जीत के बाद वहां से क्या लाऊं? तो मुर्शद ने उसे कहा कि तुम भारत जा रहे हो। हो सके तो वहां से श्री गीता ग्रंथ, गंगा जी का जल और कोई ज्ञानी गुरु लेकर आना। सिकंदर ने पूछा कि उसकी मृत्यु कब होगी? तो मुर्शिद ने कहा कि जब राजन आसमान सोने का और पृथ्वी चांदी की होगी। सिकंदर छोटे-छोटे राज्य जीतता हुआ राजस्थान से जा रहा था। उसे तेज बुखार हो गया। वहां उसे लिटाने के लिए घोड़े की काठी जिस पर चांदी लगी हुई थी, वह बिछाई गई और छायादार वृक्ष ना होने से अब उसके घोड़े के छतर जिस पर सोना लगा था, उसकी छाया की गई। सिकंदर की जब आंख खुली तो उसने आसमान सोने का और पृथ्वी चांदी की पाई। उसने प्राणांत निश्चित मानकर आदेश दिया कि उसकी अर्थी से दोनों हाथ बाहर रखे जाएं ताकि दुनिया देख सके कि अनंत अनंत माया होने के बावजूद भी सिकंदर खाली हाथ जा रहा है। पूज्या देवी जी ने मेरे प्यारे सतगुरु जी सब थां सहाई होना जी सुना कर उपस्थिति को भावविभोर कर दिया। उन्होंने अजामिल की कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि कब संतों की कृपा आप पर हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने जीवन की भागदौड़ से बचिए, बचाइए। अवसर मिला है मोक्ष का यूं ना गंवाइए सुना कर वहां विशेष रूप से पहुंचे नवनिर्वाचित कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिंपा को आशीर्वाद दिया और कहा कि एक सौगंध तो वह आज खाकर आए हैं और एक यहां व्यास पीठ के सामने भी खा लें कि उनके सभी कार्य समाज सेवा के लिए होंगे।
इस मौके अन्य के अलावा हरीश सैनी, डॉक्टर अजय बग्गा, डॉक्टर रीचा शर्मा, डॉक्टर ललिता, प्रेम सिंह राजपुरोहित, तिलक राज गुप्ता, हरीश पराशर, सोहनलाल, रविंद्र मेहता, राकेश भार्गव, पुनीत शर्मा, राकेश शर्मा, राकेश भसीन, अमरजीत शर्मा, चंद्रमोहन बाली, महेंद्र सिंह, अरुण कुमार, सुखपाल, गौतम, हरिराम, सुनील दत्त, अभिषेक, ओम प्रकाश, नरेंद्र शर्मा, मंगतराम, के साथ-साथ नरेश सेठी, चंद्र, महाराज जी के अनन्य भक्त आनंद प्रकाश गुप्ता, एवं संत बाबा रणजीत सिंह जी गुरुद्वारा शहीद सिंघां अपने जत्थे के साथ तथा संजीव तलवाड़,नीती तलवाड़ विशेष रूप से उपस्थित थे।

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