होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। बेगमपुरा टाईगर फोर्स के वफद ने होशियारपुर के सिविल अस्पताल में लगाई जाने वाली करोड़ों की सीटी स्कैन मशीन स्थापित करने में स्वास्थ्य विभाग के अंदर कथित भ्रष्ट तत्वों द्वारा बिना वजह देरी करने के मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाये जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान के नाम जिलाधीश संदीप हंस को मांग पत्र दिया। इस अवसर पर वफद ने बताया कि अगर मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाये तो कई रसूखदार सफैदपोशों तथा भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा चलाये जार हे माफिया राज का पर्दाफाश हो सकता है। इस मामले संबंधी जानकारी देते हुये अशोक सल्लण राष्ट्रीय प्रधान बेगमपुरा टाईगर फोर्स तथा अन्य नेताओं ने बताया कि पिछली पंजाब सरकार द्वारा प्रान्त के लोगों को उच्च स्तरीय सहूलतें बज़ार से कम कीमतों पर मुहैया करवाने को लेकर प्राईवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पी.पी.पी) की सहायता से पंजाब के सरकारी अस्पतालों में निजी लैबें स्थापित करने का फैसला किया गया था जिसके तहत निजी कम्पनियों द्वारा जहां पर लैबोरटरी टैस्ट बहुत कम कीमतों पर किये जाने थे वहां करोड़ों की सी टी स्कैन मशीन स्थापित कर कर लगभग बाज़ार से चौगुने हिस्से तक कम कीमतों पर दिमाग, दिल तथा पेट की स्कैनिंग की जानी थी जिससे लोगों का बहुत आर्थिक फायदा होना था। पी.पी.पी. के तहत पंजाब में ’’कृष्णा डायग्नोस्टिक लैब’’ नामक कम्पनी को यह प्राजैक्ट दिया गया था।
इस प्रोजैक्ट के तहत पंजाब के अलग-अलग अस्पतालों में सीटी स्कैन मशीनें लगाई जा चुकी हैं परन्तु एक ही जि़ला होशियारपुर है जहां लैब स्थापित करने के बाद सी टी स्कैन मशीन अभी तक भी लगाई नही जा सकी। वफद ने बताया कि यह बहुकरोड़ी सी टी स्कैन मशीन प्रदेश के बहुत सारे सरकारी हस्पतालों में लगाई जा चुकी है, पर होशियारपुर के सिविल हस्पताल में ही लोगों को इस सहूलत से वंचित रखना कई सवालों को जन्म देता है। जिस में से भ्रष्टाचार की बदबू आ रही है।
बेगमपुरा टाईगर फोर्स ने पंजाब सरकार से मांग की है कि लोक भलाई के कामों में रूकावटें डालने वाले कथित भ्रष्ट अधिकारियों क्रमवार अभय मोहन कोआर्डिनेटर पी.एन.डी.टी, डाक्टर सुनील अहीन जि़ला परिवार भलाई अफसर, डाक्टर स्वाती एस.एम.ओ., केवल सिंह क्लर्क दफ्तर सिवल सर्जन के खिलाफ सरकारी काम में रूकावट डालने के दोष में विभागी कारवाई के इलावा भ्रष्टाचार के दोष में अलग-अलग धाराओं के अधीन केस दर्ज करके नौकरी से बर्खास्त किये जायें, उपरोक्त अधिकारियेां के खिलाफ आमदन के स्रोतों की जांच शुरू करने की मांग की ताकि जो आम लोगों तक लोक हित वाली सहूलतें बिना किसी रूकावट पहुंचाई जा सके। वफद ने बताया कि जिलाधीश ने लोक हित को मुख्य रखते हुए इस मांग पत्र को पंजाब सरकार के पास ज़रूरी कारवाई के लिए भेजे जाने के लिए भरोसा दिया। इस वफछ में राष्ट्रीय प्रधान अशोक सल्लण, जि़ला इंचार्ज बीरापाल ठरौली, हंसराज असलामाबाद, बब्बू सिंगड़ीवाल, जिम्मी मल्ल मजारा तथा अन्य नेता शामिल थे।