पंजाब सरकार की तरफ से नशे ख़िलाफ़ शुरु किए अभियान को ज़मीनी स्तर तक पहुँचाया जाएगा: डिप्टी कमिशनर

जालंधर, (द स्टैलर न्यूज़)। डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने आज बताया कि ज़िले में चल रहे सरकारी ‘ओट ’ क्लिनिकों में  16,400 के करीब नशा पीडितो को रजिस्टर्ड करके उनका मुफ़्त इलाज किया जा रहा है। यहाँ बोलस्टर ट्रीटमेंट और रेहैबिलीटेशन सैंटर, खुरला कींगरा का दौरा करते डिप्टी कमिशनर ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से नशे को ख़त्म करने के लिए अभियान शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत ज़िले में नशे को रोकने इलावा नशा पीडितों को समाज का मुख्य अंग बनाने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे है।

Advertisements

उन्होंने बताया कि ज़िले में 11 ओट क्लिनिकों के साथ-साथ सिविल अस्पताल, जालंधर में 50 बिस्तरों वाला कम्युनिटी हैल्थ सैंटर नूरमहल में 10 बिस्तरों वाला नशा छुड़ाओ केंद्र चलाया जा रहा है। इसके इलावा गाँव शेखे में स्थित पुनर्वास केंद्र में भी नशा पीडितों का इलाज किया जाता है। उन्होंने बताया कि ‘ओट ’ कलीनिक, नशा छुड़ाओ और पुनर्वास केन्द्रों में नशे का शिकार हो चुके व्यक्तियों का मुफ़्त इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय ज़िले में 11 “ओट क्लीनिक सी.एच.सी. आदमपुर, अपरा, काला बकरा, करतारपुर, लोहियाँ, शाहकोट, नूरमहल, बस्ती गुज़ां एस.डी.एच. फिल्लौर और नकोदर और पुर्नवास केंद्र गाँव शेखे में चलाए जा रहे है।  इस दौरान उन्होंने ट्रीटमेंट और रेहैबिलीटेशन सैंटर में मरीज़ों को प्रदान की जा रही सुविधाओं का जायज़ा लेते वहां दाख़िल मरीज़ों के बारे जानकारी भी प्राप्त की। इस मौके सैंटर के संचालक परविन्दर सिंह, डा. एस.पी. सिंह आदि मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here