होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। एक कहावत है ’’जिसकी लाठी उसकी भैंस’’, जिसके हाथ सत्ता की चाबी होती है वो अपनी ही चलाता है। कांग्रेस के समय पर हो रही मनमानियां देख कर चुप रहने बालों को अब बोलने का अधिकार नहीं। अगर पार्टी का खेमा बदलने वालों को चुनाव लडऩे की शिक्षा दी जा रही है तो नगर निगम भंग कर सभी चुनाव लड़ें, उन्हे अपना-अपना आईना नजऱ आ जायेगा। कांग्रेस एक डूबता जहाज है जिसे देखते हुए आने वाले भविष्य को देखते हुए सभी अपना खेमां बदल रहे हैं। कांग्रेस की मौजूदा पार्षद अपना खेमा बदल रहे हैं जिससे नगर निगम में कांग्रेस के मेयर की कुर्सी खिसकती नजर आ रही है।
वैसे भी मेयर के पास बिना सत्ता के कोई पावर न होने के कारण विकास कार्यों पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। सत्ता पक्ष की तरफ झूकाव होना आम बात है। वो दिन दूर नहीं जब होशियारपुर में नये मेयर का आगमन होगा। इसी भय के कारण कांग्रेस का चिल्लाना स्वभाविक है, इसे गम्भीरता से नहीं लेना चाहिए। इस अवसर पर जत्थेदार बलवीर सिंह, निर्मल सिंह, उत्तम सिंह, विद्याभूषण आदि उपस्थित थे।