पर्यावरण की बहाली के लिए जीव-जन्तुओं की सुरक्षा जरुरी,साइंस सिटी में मनाया विश्व वसेरा दिवस

कपूरथला(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। पुष्पा गुजराल साइंस सिटी की ओर से जंगली जीवों के सप्ताह दौरान विश्व वसेरा दिवस पर एक बेविनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का विषय भारत में जीव-जन्तुओं  की विभिन्नता व उनकी संभाल की  स्थिति” था। इस कार्यक्रम में पंजाब भर के शिक्षण संस्थानों के 100 से अधिक छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया। इस मौके साइंट सिटी की डायरेक्टर जनरल डा.नीलिमा जेरथ ने कहा कि विश्व जंगली जीव सप्ताह हर साल 2 से 8 अक्तूबर तक देश के जीव-जन्तुओं की सुरक्षा के उद्देश्य से मनाया जाता है। उन्होंने कहा िक भारत दुनिया के विभिन्नता वाले 17 बड़े देशों में से एक है लेकिन यहां भी बहुत से पौधे व जानवर अपना अस्तित्व को बनाए रखने के लिए खतरों का सामना कर रहे है। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र जैव विभिन्नता की ओर से रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुिनया में पाई जाने वाली 4 प्रजातियों में एक विनाश के खतरों का सामना कर रही है।

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इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) ने अपनी लाल सूची में लगभग 25 प्रतिशत थनधारी, 14 प्रतिशत पक्षी, 40 प्रतिशत जलथली जीव व 34 प्रतिशत कोनिफीरस का मुल्यांकन किया है। उन्होंने कहा कि एक प्रजाति के विलुप्त होने से कई अन्य प्रजातियां प्रभावित होती हैं। उन्होंने आग्रह किया कि पौधों व जानवरों की लुप्त हो रही प्रजातियों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। भारत में तेंदुए को फिर से लाने और पंजाब के बाघों के लिए प्राकृतिक आवास की बहाली का काम किया जा रहा है।

जैडएसआई, बीएसआई, जंगलात विभाग व यूनिर्वसिटियों की ओर से शिवालिक में किए गए अध्ययन भी प्रजातियों की घटती आबादी के संकेत देते है। इस मौके रिजनल सैंटर जूलॉजिकल सर्वें ऑफ इंडिया देहरादून पर्यावरण, जंगलात व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के विज्ञानी डा.गौरव शर्मा ने बताय कि जीव-जन्तुओं की 1,03,258 प्रजातियां एनलिमिया राज्य के फाइलम 26 के निवासी हैं। जिसमें दुनिया की 16,79,523 प्रजातियों में से 66,363 कीड़ों की प्रजातियां शामिल हैं। भारत विश्व के 2.4 प्रतिशत भू-भाग पर कब्जा करता है और विश्व के जीव-जन्तुओं का 6.1 प्रतिशत हिस्सा यहां ही पाया जाता है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को देखते हुए उन्होंने पशु विभिन्नता की सुरक्षा व जरुरी संभाल के लिए प्रबंध व तत्काल उपाय करने की जरुरत पर जोर दिया। इस मौके विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए साइंस सिटी के डायरेक्टर डॉ. राजेश ग्रोवर ने कहा कि जैव विभिन्नता धरती पर हमारे अस्तित्व के लिए एक बुनियादी आवश्यकता है और इसके महत्व को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों व अध्यापकों को देश के जीव-जन्तुओं की संभाल व स्थिर प्रबंध के लिए अधिक से अधिक जागरुकता करने की अपील की।

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