सडक़ों पर नहीं घरों और गौशालाओं में गायों को रखने से सफल होगा गौसेवा का मनोरथ: अश्विनी गैंद

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होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गोपाष्टमी के अवसर पर जहां एक तरफ श्रद्धालुओं एवं गौभक्तों ने गौशालाओं में पहुंच कर गौ पूजन किया, वहीं लावारिस गायों एवं गौधन को कैटल पाउंड व गौशाला पहुंचाने के कार्य में जुटी सामाजिक संस्था नई सोच ने अपनी मुहिम के तहत लावारिस गौधन को कैटल पाउंड पहुंचाया। इस कड़ी के तहत नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद की अगुवाई में उनकी मुख्य सहयोगी संस्था राजपूत सभा के युवा सदस्यों ने शिमला पहाड़ी के समीप से लावारिस गाय, बच्छे एवं सांड को पकड़ कर उन्हें कैटल पाउंड पहुंचाकर गौसेवा के अपने उद्देश्य की पूर्ति की तरफ एक और कदम बढ़ाया।

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गोपाष्टमी के मौके पर भी नई सोच और राजपूत सभा के सदस्यों ने लावारिस गौधन को पकडक़र कैटल पाउंड पहुंचाया

इस अवसर पर अश्विनी गैंद ने कहा कि जब तक सडक़ों पर घूमती गौमाता एवं गौधन को सुरक्षित कैटल पाउंड एवं गौशाला नहीं पहुंचा दिया जाता, तब तक नई सोच एवं राजपूत सभा के सदस्य चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि गौसेवा का महत्व तभी सफल होगा जब हम मां रुपी गाय को सडक़ों पर फैली गंदगी से हटाकर उसके रहने एवं सेवा की व्यवस्था नहीं कर देते। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक दिन गौसेवा करने से इस मनोरथ की प्राप्ति नहीं होगी, बल्कि हमें हर दिन गौसेवा को समर्पित करके गायों एवं गौधन को गंदगी के ढेरों से निकाल कर साफ सुथरी जगह पहुंचाने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने खुशी व्यक्त की कि उनकी संस्था द्वारा शुरु की गई मुहिम में अब शहर के अन्य लोग भी जुडऩे लगे हैं तथा हर कोई इस संगीन समस्या से निजात चाहता है।

इस मौके पर राजपूत नेता लक्की ठाकुर ने कहा कि आज गोपाष्टमी वाले दिन उन्हें सडक़ों पर लावारिस घूमती गायों को कैटल पाउंड पहुंचाकर काफी सकून मिला है तथा वे समझते हैं कि गायों की असल सेवा तभी संभव है जब हम गाय को माता कहने और उसके महत्व को समझेंगे। इसलिए इस मुहिम में सभी शहर निवासी अगर सहयोग डालें तो बहुत जल्द ही शहर की सडक़ों से समस्त गायों एवं गौधन को कैटल पाउंड एवं गौशाला पहुंचाया जा सकता है, क्योंकि अब इस मुहिम में जिलाधीश द्वारा भी पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है।

इस मौके पर पंडित ऐरी, दीपक ठाकुर, अशोक सूद, राजेश शर्मा, नीरज गैंद सहित अन्य सदस्यों ने गायों को पकडऩे में मदद की।

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