होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अज्जोवाल में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया | इस मौके पर लेक्चरर उपेंद्र सिंह, मैडम कुलविंदर कौर तथा मैडम कुलजीत कौर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का महत्व आज के दौर में और भी बढ़ गया है | क्योंकि विभिन्न भाषाओं के बढ़ते दखल के बीच मातृभाषा पर आए खतरे को लेकर शिक्षा जगत भी चिंतित है | आज लोग विदेशी भाषा को अधिक महत्व देने लगे हैं | जिसके चलते मातृभाषा की उपेक्षा होने लगी है | उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस यूनेस्को द्वारा 17 नवंबर 1999 को शुरू किया गया था और पहली बार 2000 में अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया गया था |
उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में 7000 से अधिक भाषाएं बोली जा रही हैं | लेकिन इनमें से जो महत्व मातृभाषा का है उसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता | उन्होंने याद दिलाया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी मानते थे कि व्यक्ति को अपनी मातृभाषा में ही शिक्षित किया जाना चाहिए | वैसे तो शिक्षा किसी भी भाषा में दी जा सकती है लेकिन हम सभी का दायित्व है कि शिक्षा मातृभाषा में देने के लिए हमें पूरा प्रयास करना चाहिए | क्योंकि यह माना जाता रहा है कि अगर किसी व्यक्ति की शिक्षा में कमी है तो वह अपनी मातृभाषा में पूरी तरह से निपुण नहीं है | उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि आज लोग विदेश जाने के लिए अंग्रेजी की तरफ अधिक ध्यान दे रहे हैं | लेकिन हमें इस बात का गर्व होना चाहिए कि हमारी मातृभाषा पंजाबी है | आज तो पंजाबी अमेरिका कनाडा ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड न्यूजीलैंड आदि देशों में भी बोली जाती है | उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी संस्कृति को नजदीक से जानना चाहते हैं तथा उसके महत्व को समझना चाहते हैं तो हमें अपनी मातृभाषा पंजाबी को समृद्ध करना होगा | क्योंकि पंजाब में तो हर चीज पंजाबी भाषा के साथ जुड़ी हुई है |
भाषाओं का आपसी संवाद हो सकता है | लेकिन इसके लिए मातृभाषा को पीछे रखने की कोई जरूरत नहीं है | उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाबी भाषा के विकास के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं उसके लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस बधाई के पात्र हैं | उन्होंने कहा कि यदि मातृभाषा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए सभी संस्थाएं आगे आए तो मातृभाषा के प्रति सम्मान और भी बढ़ जाएगा | इस मौके पर लेक्चरर राजेंद्र पाल सिंह, हरिंदर सिंह, परमजीत बैंस,शांति देवी, रंजीत कौर आदि भी उपस्थित थे |